#अपराध
November 1, 2025
हिमाचल : सरकारी स्कूल के शिक्षक ने पी*टा पहली कक्षा का छात्र, हुआ बुरा हाल- थाने पहुंचा मामला
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो- लोगों का फूटा गुस्सा
शेयर करें:

शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में एक बार फिर स्कूल में छात्र की पिटाई का मामला सामने आया है। कुछ दिन पहले रोहड़ू उपमंडल के गावणा स्कूल में एक शिक्षिका द्वारा बच्चे की पिटाई के मामले ने जहां अभिभावकों को झकझोर दिया था, वहीं अब सुंगरी क्षेत्र के खड्डापानी राजकीय प्राथमिक विद्यालय में एक और पहली कक्षा के छात्र की बेरहमी से पिटाई का आरोप लगा है।
पीड़ित बच्चे के कान पर चोट के निशान और घाव साफ दिखाई दे रहे हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को देखने के बाद पूरे क्षेत्र में गुस्से और आक्रोश का माहौल है।
खड्डापानी स्कूल में पढ़ने वाले 6 वर्षीय छात्र के पिता ने आरोप लगाया है कि स्कूल में शिक्षक नीतिश ठाकुर ने बच्चे की कान पर जोरदार मारपीट की, जिससे वह खून से लथपथ हो गया। इस घटना के बाद बच्चे को घर लाया गया, जहां परिवार ने देखा कि उसके कान पर सूजन और कटे का गहरा निशान है।
जब कारण पूछा गया तो बच्चे ने बताया कि "सर ने डांटा और कान पकड़ा था, फिर जोर से मारा।" अभिभावकों ने मामले को गंभीर बताते हुए SDPO रोहड़ू को शिकायत दी है और तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
घटना के बाद छात्र के घायल कान का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से फैल गया है। वीडियो में मासूम का घाव और सूजन साफ दिखाई दे रही है। लोग सोशल मीडिया पर स्कूल प्रशासन की लापरवाही और हिंसा की संस्कृति पर सवाल उठा रहे हैं।
इस पूरे मामले ने एक और चौंकाने वाला पहलू उजागर किया है- खड्डापानी स्कूल में पिछले 10 वर्षों से शिक्षक पद खाली हैं। प्राथमिक शिक्षा खंड अधिकारी रोहड़ू, यशवंत खिमटा ने बताया कि स्कूल में वर्तमान में कोई नियमित शिक्षक नहीं है।
इस स्थिति में गांव के ही नीतिश ठाकुर नामक युवक ने स्वेच्छा से (निश्शुल्क) बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी ली थी। उनकी पत्नी दिव्यांग हैं और स्कूल में वाटर कैरियर के पद पर कार्यरत हैं। इस समय वह गर्भवती हैं, इसलिए नीतिश ठाकुर रोज अपनी पत्नी को स्कूल छोड़ने के साथ बच्चों को पढ़ाने में मदद करते थे। स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) से उन्होंने इसकी अनुमति भी ली थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए शुक्रवार को स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) की एक आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें गांव के लोग और अभिभावक भी आमंत्रित थे। मगर पीड़ित छात्र और उसके अभिभावक बैठक में नहीं पहुंचे। इसके बाद छात्र के पिता दुर्गादास ने पुलिस थाना रोहड़ू में फोन पर शिकायत दी।
DSP रोहड़ू प्रणव चौहान ने बताया कि हमें छात्र के पिता की ओर से शिकायत मिली है। उन्हें थाने बुलाया गया है। बयान दर्ज होने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने पर शिक्षक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
यह घटना उस समय सामने आई है जब प्रदेश में लगातार शिक्षकों द्वारा छात्रों की पिटाई के मामले बढ़ रहे हैं। हाल ही में गावणा स्कूल की एक शिक्षिका पर भी छात्र को थप्पड़ मारने का आरोप लगा था। शिक्षा विभाग ने ऐसे मामलों में “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाने की बात कही है, लेकिन मैदान में हालात अलग कहानी बयां कर रहे हैं।
खड्डापानी के स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से मांग की है कि बच्चे की चिकित्सीय जांच और FIR दर्ज कराई जाए। ग्रामीणों का कहना है कि चाहे शिक्षक नियमित हो या स्वयंसेवक, किसी को भी मासूम बच्चों पर हाथ उठाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल में शिक्षकों की दीर्घकालिक कमी और निरीक्षण की ढिलाई ही इस तरह के मामलों को जन्म दे रही है।