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January 22, 2025

हिमाचल : कार में चिट्टा लेकर घूम रहे थे महिला-पुरुष, एक गलती ने पहुंचाया सलाखों के पीछे

गश्त पर थी पुलिस की टीम

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Sirmaur News

सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस टीम द्वारा सख्ती बरती जा रही है। पुलिस टीम आए दिन कई लोगों को नशे की खेप के साथ गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल रही है। इसी कड़ी में अब ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से सामने आया है।

चिट्टे की खेप के साथ दो अरेस्ट

यहां पुलिस की SIU टीम ने चिट्टे की खेप के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। पुलिस टीम ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर आागामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

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गश्त पर थी पुलिस टीम

मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस की SIU टीम सोलन-राजगढ़ सड़क पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान पुलिस टीम ने एक कार को तलाशी के लिए रोका- जिसमें एक महिला और पुरुष सवार थे। पुलिस टीम को देखकर कार सवार दोनों लोग घबरा गए।

 

पुलिस टीम ने शक के आधार पर कार की तलाशी ली। तलाशी के दौरान पुलिस टीम को उनके कब्जे से 10.6 ग्राम चिट्टा और 6370 रुपए कैश बरामद हुई। इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

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आरोपियों की पहचान

  • लायक राम (35) निवासी करगाणू सनौरा
  • गुलशन (27) निवासी राजगढ़

 

मामले की पुष्टि करते हुए ASP सिरमौर योगेश रोल्टा ने बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि दोनों आरोपी कार में नशा बेचने के लिए निकले थे। फिलहाल, पुलिस टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि वो ये खेप कहां से लाए थे और किसे देने जा रहे थे।

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बढ़ रही नशा तस्करी की समस्या

हिमाचल प्रदेश, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है, आजकल नशा तस्करी के बढ़ते कारोबार से जूझ रहा है। प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों और शहरी क्षेत्रों में नशे का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। युवा पीढ़ी को इसका सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है, क्योंकि वे नशे की गिरफ्त में आकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं।

 

यह समस्या केवल स्थानीय स्तर पर सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय तस्करी के मामलों में हिमाचल का नाम आने लगा है। चरस, अफीम, हेरोइन और सिंथेटिक ड्रग्स जैसे मादक पदार्थों का व्यापार बढ़ता जा रहा है। पर्यटन स्थलों और शिक्षण संस्थानों के आसपास इस गतिविधि का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।

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सरकार और प्रशासन इस समस्या से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं, जैसे विशेष अभियान और जागरूकता कार्यक्रम चलाना। पुलिस और नारकोटिक्स विभाग ने कई बार बड़े तस्करों को गिरफ्तार किया है, लेकिन समस्या की जड़ को खत्म करने के लिए समाज और परिवारों को भी जागरूक होना होगा।

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