#अपराध
March 16, 2025
हिमाचल में चिट्टा सप्लाई करने आया था तस्कर, नाके पर खेप के साथ हुआ अरेस्ट
पैदल ही निकला था नशा बेचने
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में नशा तस्कर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। नशा तस्कर नए-नए तरीके अपना कर नशे की खेप को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा रहे हैं। हालांकि, पुलिस द्वारा इन तस्करों पर पैनी नजर रखी जा रही है और आए दिन इस कारोबार में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला जा रहा है।
अब ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले से सामने आया है। यहां भुंतर पुलिस टीम ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस टीम ने तस्कर से चिट्टे की खेप भी बरामद की है।
मिली जानकारी के अनुसार, भुंतर पुलिस टीम ने बजौरा फोरलेन पुल के नीचे नाकाबंदी की हुई थी। इस दौरान पुलिस टीम ने वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति को तलाशी के लिए रोका। पुलिस को देखकर व्यक्ति के पसीने छूटने लगे। ऐसे में पुलिस टीम ने शक के आधार पर उसकी तलाशी ली।
तलाशी के दौरान पुलिस टीम को उसके कब्जे से 7 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) बरामद हुई। इसके बाद पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए खेप को अपने कब्जे में लेकर उसे अरेस्ट कर लिया। पुलिस टीम पता लगा रही है कि वो यहां किसे ये खेप सप्लाई करने के लिए आया था।
आरोपी की पहचान 43 वर्षीय अमनदीप सिंह के रूप में हुई है- जो कि कुती वाला कलां गाव, पंजाब के रूप में हुई है। आरोपी पंजाब से यहां किस मकसद से आया था- इस बात की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है।
मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द आरोपी को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस टीम आरोपी से पूछताछ कर ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वो यह खेप कहां से खरीद कर लाया था या फिर किसे देने जा रहा था।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे समाज और खासकर युवा पीढ़ी पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। राज्य की शांत वादियों में अब नशे का जहर फैलाने वाले तस्कर सक्रिय हो गए हैं। स्थानीय तस्करों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आने वाले अपराधी भी इस अवैध कारोबार में लिप्त पाए जा रहे हैं। हिमाचल पुलिस लगातार इस चुनौती से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रही है और बाहरी तस्करों को भी गिरफ्तार कर रही है।
हिमाचल प्रदेश की सीमाएं पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से लगती हैं, जहां से ड्रग्स की आपूर्ति हो रही है। बाहरी तस्कर चरस, हेरोइन, अफीम और सिंथेटिक ड्रग्स हिमाचल लाकर बेच रहे हैं, जिससे राज्य के युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है। कुल्लू, मंडी, शिमला और कांगड़ा जिलों में नशा तस्करी के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं।