#अपराध
April 15, 2025
हिमाचल : दो महिलाओं समेत 3 नशा तस्कर अरेस्ट, होटल रूम में छिपाई थी हेरोइन की खेप
पुलिस टीम को मिली थी गुप्त सूचना
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में नशे का कारोबार तेजी से पैर पसार रहा है। इस कारोबार में अब कई महिलाएं भी शामिल हो गई हैं। पहले जहां महिलाएं इस धंधे में सिर्फ माध्यम के तौर पर देखी जाती थीं, वहीं अब कई मामलों में वे खुद ड्रग्स की खरीद-फरोख्त की मुख्य कड़ियां बन चुकी हैं। इसी कड़ी में अब ताजा मामला कुल्लू जिले से सामने आया है।
यहां पर भुंतर पुलिस टीम ने सैनिक चौक के पास एक होटल में छापेमारी की है। इस दौरान पुलिस टीम ने होटल के एक कमरे से दो महिलाओं और एक व्यक्ति को हेरोइन की खेप के साथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि सौनिक चौक के पास एक होटल में ठहरे कुछ लोगों के पास नशे की खेप है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए होटल में दबिश दी। इस दौरान पुलिस टीम को कमरा नंबर 210 में ठहरे तीन लोगों से 8 ग्राम हेरोइन बरामद हुई।
इसके बाद पुलिस टीम ने मौके पर मौजूद दो महिलाओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी हिमाचल के ही रहने वाले हैं।
मामले की पुष्टि करते हुए SP कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने बताया कि पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ कर ये पता लगाया जा रहा है कि वो ये खेप कहां से लाए थे और कहां बेचने जा रहे थे। साथ ही आरोपियों से पूछताछ कर ये पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है कि उनके साथ इस कारोबार में और कौन-कौन शामिल है।
गौरतलब है कि, हिमाचल प्रदेश में नशे का कारोबार तेजी से फैलता जा रहा है, जो अब महज एक अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक संकट का रूप ले चुका है। राज्य के शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों तक ड्रग्स की पहुंच हो चुकी है। चिंता की बात यह है कि अब इस काले कारोबार में महिलाएं भी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
पुलिस और नारकोटिक्स विभाग की ताजा रिपोर्टों के अनुसार, महिला तस्करों की संलिप्तता खासकर सीमावर्ती जिलों जैसे कांगड़ा, सोलन और ऊना में बढ़ी है। इन महिलाओं को पुलिस की नजर से बचने के लिए इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन अब वे खुद नेटवर्क का हिस्सा बन चुकी हैं। कई मामलों में महिलाएं अपने घरों से ही चिट्टा और अन्य नशीले पदार्थ बेचती पाई गई हैं।