#अपराध
July 27, 2025
हिमाचल में सेब सीजन के बीच बढ़े नशा तस्करी के मामले- 400 चिट्टेरियों को किया गिरफ्तार
नशा तस्करों की संपत्तियों की जानकारी सरकार को भेजी
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में चिट्टे (हेरोइन) का जाल खतरनाक तरीके से फैलता जा रहा है। तस्करों के निशाने पर अब सिर्फ पुराने अपराधी नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में युवा भी आ रहे हैं। वहीं, जिले में सेब सीजन के बाद से तो नशा तस्करी के मामले और अधिक बढ़ गए है, जिसके बाद पुलिस भी सतर्क हो गई है।
वर्ष 2025 में अब तक NDPS एक्ट के तहत 170 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें 400 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें करीब 50 प्रतिशत नए युवक पहली बार नशे के अपराध में पकड़े गए हैं, जो समाज और पुलिस दोनों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, चिट्टे की गिरफ्त में फंसने वालों में हर दूसरा व्यक्ति नया अपराधी है। यानी नशा तस्कर पुराने नेटवर्क का इस्तेमाल कर युवाओं को नशे की लत में धकेल रहे हैं। कुछ युवक चिट्टे के साथ पकड़े गए, तो कुछ तस्करों के वित्तीय लेनदेन में शामिल पाए गए।
शिमला पुलिस ने 122 नशा तस्करों की संपत्तियों की जानकारी सरकार को भेजी है। यह संपत्तियां नशे के धंधे से कमाई गई थीं। इन्हें नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है ताकि नशा कारोबारियों को आर्थिक रूप से भी तोड़ा जा सके।
नशा माफियाओं पर सख्ती के लिए पुलिस ने पिट NDPS एक्ट के तहत भी केस सरकार को भेजे हैं। इससे गंभीर तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकेगी।
शिमला में इन दिनों चल रहे सेब सीजन के दौरान नशे की तस्करी का खतरा और बढ़ गया है। पुलिस ने रोहड़ू क्षेत्र में दो ट्रकों से अवैध शराब बरामद की है। बाहरी राज्यों से आ रहे ट्रकों की लगातार चेकिंग की जा रही है, ताकि सेब की आड़ में नशा राज्य में न पहुंच सके।
पिछले दो दिनों में पुलिस ने 15 से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें से शाह गिरोह के आठ सदस्य भी शामिल हैं। इनके कब्जे से चिट्टा और चरस जैसी नशीली सामग्री बरामद की गई है।
शिमला पुलिस लगातार नशा विरोधी अभियान चला रही है। हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं और गिरोहों का भंडाफोड़ हो रहा है। लेकिन युवाओं को नशे की गिरफ़्त से बाहर निकालना अब सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।