#अव्यवस्था
October 17, 2025
सुक्खू सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे पेंशनर, डीए चोर गद्दी छोड़ के लगाए नारे
बोले- हम सरकार से भीख नहीं मांग रहे
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शिमला। एक ओर जहां देशभर में दिवाली की धूम है, वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में आर्थिक तंगी के चलते अब पेंशनर्स का धैर्य जवाब देने लगा है। हिमाचल सरकार द्वारा पेंशन और बकाया भुगतान में देरी से परेशान सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने आज यानी शुक्रवार को पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार, राजधानी शिमला में यह विरोध रैली मॉल रोड स्थित डीसी ऑफिस के बाहर निकाली गई, जहां सैकड़ों पेंशनर्स ने “डीए चोर, गद्दी छोड़” जैसे नारे लगाकर सरकार के खिलाफ नाराज़गी जताई। हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर आयोजित इस प्रदर्शन में विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त कर्मचारी शामिल हुए।
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पेंशनर्स का कहना है कि 1 जनवरी 2016 से 31 जनवरी 2022 के बीच रिटायर हुए कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान के अनुरूप वित्तीय लाभ, कम्युटेशन, लीव एनकैशमेंट, ग्रेच्युटी और डीए एरियर अब तक नहीं दिए गए हैं। कई लोगों को तो पेंशन के रूप में मात्र 10 हजार रुपये तक मिल रहे हैं, जिससे गुजारा करना मुश्किल हो गया है।
सुन्नी से आईं मृदुला शर्मा ने कहा कि “हम सरकार से भीख नहीं मांग रहे, ये हमारा हक है। 2016 से 2022 तक के एरियर और लीव एनकैशमेंट का भुगतान अभी तक नहीं हुआ। ऐसे में पेंशनर्स परिवार कैसे चलाएं?” वहीं, लोक निर्माण विभाग से रिटायर राम सिंह ने बताया कि कई जगहों पर पुलिस ने पेंशनर्स को रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा।
बिलासपुर में भी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक चेत राम वर्मा की अगुवाई में पेंशनर्स ने रैली और धरना दिया। उन्होंने कहा कि “सुक्खू सरकार को पेंशनर्स की पीड़ा समझनी चाहिए। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक सभी बकाए और डीए एरियर का भुगतान नहीं होता।”
पेंशनर्स ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने शीघ्र समाधान नहीं किया, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है। हिमाचल के बुजुर्ग कर्मचारियों ने साफ कहा, हम सरकार से टकराने नहीं आए, लेकिन अपने हक के लिए चुप भी नहीं रहेंगे।