#अव्यवस्था
May 24, 2025
सुक्खू सरकार का कारनामा: जहां 30 साल से नहीं था शराब ठेका, वहां भी खुलवा दिया- ग्रामीणों में गुस्सा
दभोटा गांव में शराब ठेका खोलने का विरोध
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सोलन। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार के 'नशा मुक्त हिमाचल' अभियान को उस वक्त करारा झटका लगा जब सोलन जिले के नालागढ़ उपमंडल के दभोटा गांव में शराब ठेका खोल दिया गया। यह वही गांव है जो बीते 30 वर्षों से शराब ठेकों से मुक्त रहा है और जहां के युवा कबड्डी और कुश्ती जैसे खेलों में प्रदेश और देश का नाम रोशन कर चुके हैं।
दभोटा गांव कोई सामान्य गांव नहीं है। यह एशियन गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट अजय ठाकुर का गांव है और अब यही गांव सरकार के खिलाफ संघर्ष का मैदान बना हुआ है। ठेका खुलने के बाद बीते चार दिनों से सैकड़ों ग्रामीण, महिलाएं और युवा प्रदर्शन पर बैठे हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो शनिवार से भूख हड़ताल शुरू होगी।
ग्राम पंचायत दभोटा के प्रधान करणवीर सिंह कहते हैं कि यह गांव युवाओं की खेल प्रतिभा के लिए जाना जाता है। 30 साल पहले जब ठेका खुला था, तो हिंसा हुई थी और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। हम वही गलती दोबारा नहीं दोहराना चाहते।
स्थानीय महिला कविता देवी ने कहा कि शराब ठेका खुलने से महिलाओं को सबसे ज्यादा असुरक्षा महसूस हो रही है। नशे में धुत लोग गांव का माहौल बिगाड़ सकते हैं। हम इस ठेके को हटवाकर ही दम लेंगे।
हालात की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम नालागढ़ राजकुमार, विधायक बावा हरदीप सिंह और पुलिस बल मौके पर पहुंचे। विधायक ने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की बात सरकार तक पहुंचाई जाएगी, लेकिन लोग सिर्फ आश्वासन नहीं, कार्रवाई चाहते हैं।
ठेकेदार वरुण नेगी का कहना है कि उन्हें सरकार से अनुमति मिली है, और यदि आदेश आता है तो वे ठेका हटाने को तैयार हैं। एक्साइज इंस्पेक्टर चंद्र मोहन लठ ने कहा कि यह ठेका पंजाब-हिमाचल सीमा पर अवैध शराब तस्करी रोकने के लिए खोला गया है। नई नीति के अनुसार पंचायत की सहमति जरूरी नहीं है। विरोध को लेकर रिपोर्ट भेज दी गई है।