#अव्यवस्था
July 15, 2025
सांसद अनुराग बोले: आपदा पीड़ित कैसे लौटें अपने घर, जब मलबा हटाने को ही नहीं मिल रहा पैसा
अनुराग ने दिया भरोसा केंद्र से विशेष फंड की करेंगे मांग
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सराज क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे। अनुराग ठाकुर ने थुनाग और बगस्याड़ में आपदा से प्रभावित परिवारों से भेंट की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह केंद्र सरकार से प्रभावित क्षेत्रों के लिए एरिया और प्रोजेक्ट-विशेष बजट की मांग करेंगे, ताकि राहत राशि का इस्तेमाल केवल उन्हीं क्षेत्रों में किया जा सके जो आपदा की मार झेल चुके हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह वक्त राजनीति का नहीं, बल्कि एकजुट होकर प्रभावितों की मदद करने का है।
सांसद ने यह भी वादा किया कि वन भूमि अधिनियम में संशोधन को लेकर जो विषय चल रहा है, उसे वे केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग अपने घर खो चुके हैं, उन्हें प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द जमीन और मुआवजा देना चाहिए ताकि वे दोबारा अपने जीवन की शुरुआत कर सकें।
अनुराग ठाकुर ने आपदा के दौरान जयराम ठाकुर के योगदान की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल प्रभावित क्षेत्रों में जाकर राहत कार्यों में भाग लिया बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी हर ज़रूरतमंद को राशन, बिस्तर, सेनेटरी पैड, तिरपाल, दवाइयां और स्कूली बच्चों को बैग, पेंसिल, बिस्किट, कॉपियां इत्यादि वितरित की हैं।
अनुराग ठाकुर ने धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे सड़क निर्माण कार्यों में लापरवाही पर नाराज़गी जताई और NHAI अधिकारियों को चेताया कि जनता की भलाई के लिए जो काम किए जा रहे हैं, उनमें कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अनुराग ठाकुर ने प्रदेश सरकार द्वारा आपदा राहत के रूप में ₹2500 दिए जाने को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि जहां लाखों का नुकसान हुआ है, वहां इतनी कम राहत राशि से लोगों की मदद नहीं हो पाएगी। उन्होंने मांग की कि प्रदेश सरकार को गंभीरता से इस विषय पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चाहे केंद्र हो या राज्य, सभी सरकारों को एक टीम बनकर काम करना होगा।
राहत सामग्री, दवाइयां और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं, लेकिन मकान, सड़कें और बगीचे फिर से बसाने के लिए सरकारों को ही ठोस कदम उठाने होंगे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह समय संजीदगी से काम करने का है, ताकि लोगों को दोबारा अपने पैरों पर खड़ा किया जा सके।