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December 15, 2025

HRTC पेंशनरों के बिगड़े हाल: समय पर इलाज ना मिलने से 8 की मौ*त; अब तो जागो सुक्खू सरकार

इस माह भी 15 दिन बीतने पर नहीं मिली पेंशन, आंदोलन की चेतावनी

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HRTC Pensioner

शिमला। हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी पेंशनरों की जिंदगी इन दिनों गंभीर संकट से गुजर रही है। उम्र के उस पड़ाव पर, जहां सम्मान, सुरक्षा और इलाज सबसे बड़ी जरूरत होती है, वहां हिमाचल प्रदेश के एचआरटीसी पेंशनर जीवन की सबसे कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं। समय पर पेंशन न मिलने से हालात इतने भयावह हो गए हैं कि बुजुर्ग पेंशनर इलाज तक नहीं करवा पा रहे। बीते दो महीनों में इलाज के अभाव में आठ पेंशनरों की मौत इस व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। वहीं करीब 70 से 80 फीसदी पेंशनर इलाज के लिए बिस्तर पर हैं। 

 

हिमाचल पथ परिवहन निगम एचआरटीसी के पेंशनरों को लगातार समय पर पेंशन नहीं मिल पा रही है। इससे बुजुर्गों की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन कमजोर होती जा रही है। कई पेंशनर इलाज, दवाइयों और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं। पेंशन की अनिश्चितता ने उनके जीवन को असुरक्षा में धकेल दिया है। इस माह भी 15 दिन बीत जाने के बाद अभी तक एचआरटीसी पेंशनरों को पेंशन नहीं मिली है।

 

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इलाज के अभाव में दो पेंशनरों की मौत

हिमाचल पथ परिवहन कल्याण संगठन के प्रदेशाध्यक्ष देवराज ठाकुर और प्रैस सचिव देवेंद्र चौहान ने कहा कि समय पर पेंशन और मेडिकल भुगतान न मिलने के कारण अब तक इलाज के अभाव में 8 पेंशनरों की मौत हो चुकी है। कई अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे पेंशनर नियमित इलाज और डायलिसिस जैसी आवश्यक सेवाएं नहीं ले पा रहे हैं। आर्थिक तंगी के कारण वे समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे, जिससे उनके हालत और बिगड़ते जा रहे है।

पेंशन के इंतजार में बीता आधा महीना

स्थिति की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि चालू माह के 15 दिन गुजरने के बावजूद पेंशनरों के खातों में पेंशन जमा नहीं हुई है। इससे पहले भी पेंशन अक्सर माह के अंत में या देरी से मिलती रही है। इस अनियमितता ने बुजुर्ग पेंशनरों की योजनाओं और इलाज की व्यवस्था को पूरी तरह अस्त.व्यस्त कर दिया है।

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मेडिकल भुगतान बना सबसे बड़ी चिंता

पेंशनरों का कहना है कि मेडिकल रीइम्बर्समेंट समय पर न मिलने से स्थिति और भी भयावह हो गई है। जिन पेंशनरों को नियमित डायलिसिस या महंगे इलाज की जरूरत है, उनके बिल लाखों रुपये तक पहुंच चुके हैं, जबकि आंशिक भुगतान से इलाज संभव नहीं हो पा रहा। कई मामलों में वर्षों से मेडिकल भत्तों का भुगतान लंबित बताया जा रहा है।

संगठन की सरकार से मांग

पेंशनरों के कल्याण संगठन ने सरकार से मांग की है कि एचआरटीसी पेंशनरों को हर माह तय समय पर पेंशन जारी की जाए और लंबित मेडिकल भुगतान तुरंत किए जाएं। संगठन का कहना है कि जीवन के इस पड़ाव पर पेंशनरों को सम्मान और सुरक्षा की जरूरत है, न कि दर.दर भटकने की मजबूरी।

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आंदोलन की चेतावनी

संगठन ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि पेंशन और मेडिकल भुगतान की समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो पेंशनर आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति के लिए पूरी जिम्मेदारी सरकार और संबंधित विभागों की होगी। यह संकट अब केवल आर्थिक नहीं रहा, बल्कि बुजुर्ग पेंशनरों के जीवन और स्वास्थ्य से सीधे जुड़ गया है, और हर गुजरता दिन उनकी चिंता को और बढ़ा रहा है।

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