#अव्यवस्था
January 11, 2025
30 करोड़ के लिए 15 साल से अटका 500 करोड़ का धर्मशाला के सीयू कैंपस का निर्माण कार्य
पेड़ कटान के 30.03 करोड़ नहीं करवाए जमा
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धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कैंपस का निर्माण कार्य पिछले 15 सालों से अटका हुआ है। करीब 510 करोड़ का यह प्रोजेक्ट मात्र 30 करोड़ के लिए अटक गया है। यह 30 करोड़ रुपए पेड़ों के कटान की एवज में जमा करवाए जाने थे, जो अभी तक नहीं करवाए जा सके। जिसके चलते धर्मशाला के जदरांगल में बनने वाला सेंट्रल यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस का निर्माण कार्य अटक गया है।
दरअसल सेंट्रल यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस का निर्माण केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी ना मिलने के चलते पिछले 15 सालों से अटका हुआ है। बताया जा रहा है कि जदरांगल में चिन्हित 57ण्10 हेक्टेयर वन भूमि हस्तांतरण के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने मई 2023 में अनुमति दी थी, लेकिन पेड़ों के कटान के एवज में 30.03 करोड़ रुपए जमा नहीं किए गए।
उच्च शिक्षा विभाग ने पेड़ कटान की एवज में मांगे गए 30 करोड़ की राशि को कम करने का आग्रह किया था। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए पर्यावरण मंत्रालय के चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट्स को भेजा था। विभाग ने अपने पत्र में आग्रह किया था कि उन्हें 19.53 करोड़ रुपए की छूट देकर 10ण्50 करोड़ रुपए की राशि जमा करने की अनुमति दी जाए। लेकिन इसको लेकर अभी तक चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट्स से कोई पत्र अभी तक नहीं आया है।
बता दें कि धर्मशाला के जदरांगल में सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस निर्माण की स्वीकृति 20 जनवरी 2009 मे ही मिल गई थी। यहां तक कि इसके प्रस्तावित भवन निर्माण के लिए 400 करोड़ की राशि भी आवंटित कर दी गई थी, लेकिन यहां सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस निर्माण केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी के चलते फंस गया। जदरांगल में वन भूमि से पेड़ कटान के लिए 30ण्03 करोड़ ना मिलने से इस यूनिवर्सिटी के कैंपस निर्माण का कार्य अटका पड़ा है।
ऐसे में अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के शीतकालीन प्रवास से लोगों को खासी उम्मीदें हैं। सीएम सुक्खू 15 जनवरी से शीतकालीन प्रवास पर धर्मशाला आ रहे हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इस दौरान सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस निर्माण की समस्या का सामाधान हो सकता है।