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January 19, 2025

5 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया, MC शिमला के दो लाख मुआवजे पर भड़के कर्मचारी

शिमला में खाई में गिरा था कूड़े का वाहन नहीं बच पाया था चालक

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MC Shimla

शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में बीते रोज शनिवार को बालूगंज पुलिस थाना के पास ही भरयाल कूड़ा संयंत्र के पास नगर निगम शिमला का कूड़ा उठाने वाला टफ्क गहरी खाई में जा गिरा। इस हादसे में ट्रक चालक की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में जान गंवाने वाले ट्रक चालक की पहचान 50 वर्षीय विनोद कुमार निवासी कृष्णानगर शिमला के रूप में हुई थी। 

पांच बच्चों का पिता था ट्रक चालक विनोद

विनोद कुमार की मौत के बाद उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। विनोद कुमार के घर में उसकी पत्नी के अलावा चार बेटियां और एक बेटा है। जिनके सिर से अब सदा के लिए पिता का साया उठ गया है। निगम के इस ट्रक  चालक की मौत पर नगर निगम शिमला द्वारा दो लाख मुआवजा राशि का प्रावधान है। जिसको लेकर कर्मचारी भड़क गए हैं।

 

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कम मुआवजे पर जताया रोष

कर्मचारियों ने विनोद कुमार के परिजनों को कम मुआवजा देने पर रोष जताया है। इस हादसे के बाद शनिवार शाम को सैहब कर्मचारी संयुक्त आयुक्त भुवन शर्मा से भी मिलने पहुंचे और मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा राशि देने की मांग उठाई। लेकिन जब यहां उनकी बात की सुनवाई नहीं हुई तो कर्मचारी मेयर से मिलने पहुंच गए। 

निगम को पीड़ित परिवार की करनी चाहिए आर्थिक मदद

सैहब सोसायटी कर्मचारी यूनियन ने कहा कि जिस चालक की ड्यूटी के दौरान मौत हुई तब वह नगर निगम की गाड़ी चला रहा था। शहर में सफाई व्यवस्था का जिम्मा नगर निगम का है। ऐसे में जो कर्मचारी नगर निगम के तहत काम कर रहे हैं उन्हें उचित मुआवजा मिलना चाहिए। यूनियन के महासचिव ओमप्रकाश ने कहा कि मृतक चालक विनोद कुमार की चार बेटियां और एक बेटा है। विनोद कुमार की मौत के बाद पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जिसे नगर निगम को उचित मुआवजा देकर कुछ हद तक कम करने में सहायता करनी चाहिए।

 

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गाड़ियों की हालत से भी करवाया अवगत

इस दौरान यूनियन ने नगर निगम की गाड़ियों की दशा के बारे में भी बताया। उनका कहना था कि नगर निगम की गाड़ियों की समय पर सर्विस नहीं की जाती है। कई गाड़ियों के तो ब्रेक तक ठीक नहीं हैं। ऐसे में हमेशा हादसों का अंदेशा रहता है। उन्होंने मांग की है कि गाड़ियों की सही तरीके से मरम्मत करवाई जाए, ताकि दोबारा ऐसा हादसा ना हो।

 

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क्या बोले नगर निगम की महापौर

वहीं कर्मचारियों के गुस्से को शांत करवाते हुए नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि पीड़ित परिवार को तुरंत ही एक लाख रुपए की मुआवजा राशि दे दी गई है। एक लाख रुपए और दो दिन में दे दिए जाएंगे। इतना ही नहीं जिला प्रशासन से भी कर्मचारी के परिवार को चार लाख रुपए की आर्थिक मदद करने को कहा गया है। जबकि मुख्यमंत्री से भी मुआवजे की मांग की जाएगी।

कर्मचारियों का होगा ग्रुप इंश्योरेंस

नगर निगम के महापौर ने कहा कि सैहब सोसायटी के कर्मचारियों का जल्द ग्रुप इंश्योरेंस करवाया जाएगा। ताकि ड्यूटी के दौरान कर्मचारी की मौत पर उसके परिजनों की मदद हो सके। उन्होंने बताया कि ग्रुप इंश्योरेंस को लेकर LIC से भी बात कर ली गई है। इसी माह नगर निगम की मासिक बैठक में इस मुद्दे को चर्चा के लिए लाया जाएगा। 

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