#उपलब्धि
September 27, 2025
हिमाचल : दुकानदार का बेटा बना 'सिविल जज', देश भर में हासिल किया 2nd Rank
विशाल ठाकुर ने लगातार दूसरी बार हासिल की सफलता
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बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के एक परिवार के लिए आज का दिन किसी सपने से कम नहीं था। साधारण परिवार में जन्मे बेटे ने ना सिर्फ अपनी मेहनत को मंजिल तक पहुंचाया, बल्कि अपने मध्यमवर्गीय परिवार के सपनों को भी साकार कर दिया। दुकानदार पिता के बेटे ने कड़ी मेहनत के दम पर एक ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है, जिस तक पहुंचने का सपना तो हर कोई देखता है, लेकिन सफल कोई कोई ही होता है।
दरअसल बिलासपुर जिला के कल्लर गांव के युवा विशाल ठाकुर ने बड़ा मुकाम हासिल करते हुए हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा को पास कर लिया है। विशाल ठाकुर ने देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि के साथ उनका चयन सिविल जज एवं ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के पद पर हुआ है।
विशाल ठाकुर की यह उपलब्धि कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले वे उत्तराखंड न्यायिक सेवा परीक्षा 2022.23 में देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त कर जज बने थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा में भी उनका चयन हुआ था। वर्तमान में वे नैनीताल में बतौर जज अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
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विशाल के पिता नंदलाल ठाकुर एक दुकानदार हैं, जबकि माता बिंद्रा ठाकुर गृहिणी हैं। परिवार के समर्थन और प्रेरणा ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। गौर करने वाली बात यह है कि उनके छोटे भाई विकास ठाकुर भी न्यायिक सेवा में हैं। हाल ही में उनका चयन हिमाचल प्रदेश न्यायिक सेवा में सिविल जज एवं ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के पद पर हुआ है। इससे पहले वे मध्यप्रदेश न्यायिक सेवा में जज रह चुके हैं।
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विशाल ठाकुर ने अपनी स्कूली पढ़ाई मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, घुमारवीं से की। इसके बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से एलएलबी और एलएलएम की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के दौरान भी वे हमेशा अव्वल रहे। पंजाब यूनिवर्सिटी एलएलएम प्रवेश परीक्षा में उन्होंने देशभर में चौथा स्थान प्राप्त किया था, वहीं नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एनएलयू) दिल्ली की एलीट-2021 एलएलएम प्रवेश परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया।
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अपनी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए विशाल ठाकुर ने कहा कि उनकी कामयाबी का श्रेय उनके माता-पिता और परिवार को जाता है। उन्होंने कहा, “यह मेरे माता-पिता के संघर्ष और आशीर्वाद का ही परिणाम है कि आज हम दोनों भाई न्यायिक सेवा में हैं। यदि ठान लिया जाए और पूरी मेहनत की जाए तो कोई भी मंजिल असंभव नहीं रहती।” विशाल की उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बिलासपुर और हिमाचल को गौरवान्वित किया है। उनकी सफलता ने प्रदेश के युवाओं को यह संदेश दिया है कि लगन और समर्पण से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।