धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बीते रोज सोमवार को जमा दो का परीक्षा परिणाम घोषित किया। इस परीक्षा में मेरिट में आने वाले छात्र छात्राओं पर बधाइयों की बौछार हो चुकी है। इसी बीच मेरिट में आई एक लड़की का जिक्र बार.बार किया जा रहा है। जिक्र हो भी क्यों ना, आखिर इसने जमा दो के परिणामों में मेरिट जो हासिल की है। लड़की का नाम है शालिनी। शालिनी ने कला संकाय में प्रदेश भर में तीसरा स्थान हासिल किया है।
परिवार में खुशी का माहौल
हमीरपुर जिला के नादौन के टिल्लू गांव से संबंध रखने वाली शालिनी की इस उपलब्धि से उसके परिवार ही नहीं बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। शालिनी का ख़बरों की सुर्खियों में होने का एक बड़ा कारण उनका सपना भी है। दरअसल शालिनी ने आईएएस अधिकारी बनकर देश कि सेवा करने का सपना देखा है।
यह भी पढ़ें: बचपन में छोड़ गए पिता, मां ने मजूदरी कर पढ़ाया; अब साक्षी बनी टॉपर
साधारण परिवार से संबंध रखती है शालिनी
बता दें कि शालिनी एक साधारण परिवार से संबंध रखती है। उसके पिता सतीश कुमार नादौन में एक दुकान चलाते हैं। जबकि माता नरेश कुमारी गृहिणी हैं।
यह भी पढ़ें: बिहार के पेंटर की बेटी ने हिमाचल में किया टॉप, यूट्यूब से की पढ़ाई
पिता सतीश कुमार इसी दुकान के सहारे घर परिवार का पालन पोषण करने के साथ साथ बेटी को अच्छी शिक्षा दिलवा रहे हैं। वहीं बेटी ने भी पिता की मेहनत को जाया नहीं होने दिया है और अपनी कड़ी मेहनत से कला संकाय में तीसरा स्थान हासिल किया है।
कठोर परिश्रम से पूरे प्रदेश में पाया आठवां स्थान
शालिनी कक्षा 6 से ही कन्या विद्यालय नादौन से ही शिक्षा ग्रहण कर रही है। ध्यान देने योग्य बात है कि शालिनी ने कड़ी मेहनत और कठोर परिश्रम से प्रदेश भर में आठवां स्थान प्राप्त करने में सफलता हांसिल की है।
यह भी पढ़ें: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की बेटी है 12वीं की टॉपर कामाक्षी, पिता चलाते हैं दुकान
आईएएस अधिकारी बनना है सपना
बता दें कि एक IAS अधिकारी बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग प्रतिवर्ष परीक्षा करवाता हैए जिसमें देश भर से लाखों प्रतिभागी भाग लेते हैं पर लगभग एक हजार लोगों का ही चयन संभव हो पता है।
यह भी पढ़ें: मल्टी टास्क वर्कर की बेटी बनी टॉपर: बिना कोचिंग के हासिल किया मुकाम
इस परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है। ऐसे समय में शालिनी द्वारा IAS अधिकारी बनने का सपना रखना अपने आप में ही प्रेरणादायक बात है।