कांगड़ा। कहते हैं कि सफलता का स्वाद चखने के लिए सिर्फ सपने देखना ही काफी नहीं होता है। सफल होने के लिए कड़ी मेहनत की भी जरूरत होती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है, हिमाचल की बेटियों ने। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बीते रोज 12वीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किया। जिसमें कई बेटियों ने टॉपर की सूची में अपनी जगह बनाई। कई बेटियां तो ऐसी भी थीं, जिन्होंने विकट परिस्थितियां होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और अपनी मेहनत से टॉपरों की सूची में जगह बना ली। ऐसी ही एक बेटी हिमाचल के कांगड़ा जिला के गरली की साक्षी शर्मा है।
साक्षी दूसरी कक्षा में पढ़ती थी, तभी छोड़ गए थे पिता
कांगड़ा जिला के गरली की साक्षी शर्मा (Sakshi Sharma) ने 12वीं कक्षा के कला संकाय की परीक्षा में 483 अंक हासिल किए हैं। साक्षी शर्मा ने अपनी मेहनत से टॉपरों की सूची में प्रदेश भर में पांचवा स्थान हासिल किया।
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बताया जा रहा है कि जब साक्षी दूसरी कक्षा में पढ़ती थी, तब उसके पिता साक्षी और उसकी मां को छोड़ कर चले गए थे। जिसके बाद साक्षी की मां ने मजदूरी कर बेटी को पढ़ाया।
मां ने मजदूरी कर पढ़ाया
अपनी इस सफलता पर साक्षी ने कहा कि मेरी मेहनत के साथ साथ मेरी मां ने भी कड़ी मेहनत की है। जब मैं दूसरी कक्षा में पढ़ती थी तभी मेरे पिता भरत भूषण शर्मा हम दोनों मां बेटी को छोड़ कर चले गए थे।
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उसके बाद माता सोनिया शर्मा ने मजदूरी की और एक किराये के मकान में रहकर मेरा पालन पोषण किया। मेरी माता मल्टी टास्क वर्कर है।
सिविल परीक्षा पास करना है लक्ष्य
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (कन्या) गरली में पढ़ने वाली साक्षी शर्मा ने बताया कि उसका सपना है कि वह आगे चलकर सिविल परीक्षा पास कर देश सेवा करे।
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साक्षी के इस तरह से टॉप करने पर उसकी मां काफी खुश है। वहीं पूरे गांव में भी खुशी का माहौल है। साक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता सोनिया शर्मा और अपने शिक्षकों को दिया है।