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May 13, 2025
हिमाचल की एक और बेटी बनी नर्सिंग ऑफिसर: 1500 किलोमीटर दूर मिली पोस्टिंग
प्रेरणा का स्रोत बनी रेखा
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मंडी | हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के कोटली क्षेत्र के गाँव कसान की रेखा ने अपनी मेहनत और लगन से एक बार फिर अपने गाँव और जिले का नाम रोशन किया है। रेखा, जो भीम सिंह की पुत्री हैं, ने नर्सिंग ऑफिसर रिक्रूटमेंट कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (NORCET-7) की प्रीलिम्स और मुख्य परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पटना में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यभार ग्रहण करने का अवसर प्राप्त किया है। उनकी इस उपलब्धि ने पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ा दी है।
शिक्षा और प्रशिक्षण का सफर
रेखा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, साईगलू से पूरी की। इसके बाद उन्होंने नर्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, शिमला में स्टाफ नर्स के रूप में कार्य शुरू किया। इस दौरान उन्होंने नौकरी के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी जारी रखी, जो उनकी मेहनत और समर्पण का प्रतीक है। रेखा की लगन और कठिन परिश्रम ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया।
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पहले भी दिखाया था दम
वर्ष 2024 में रेखा ने NORCET परीक्षा उत्तीर्ण कर AIIMS भुवनेश्वर में स्थान प्राप्त किया था। हालांकि, कुछ व्यक्तिगत कारणों से वह वहाँ कार्यभार ग्रहण नहीं कर सकीं। लेकिन रेखा ने हिम्मत नहीं हारी और इस बार NORCET-7 में फिर से उत्कृष्ट प्रदर्शन कर AIIMS पटना में अपनी जगह बनाई। यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और निरंतर प्रयासों का परिणाम है।
परिवार और गुरुओं का योगदान
रेखा की माता हिमा देवी एक गृहिणी हैं, जबकि उनके पिता सरकारी सेवा में कार्यरत हैं। रेखा अपनी इस सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और गुरुओं को देती हैं, जिनके मार्गदर्शन और समर्थन ने उन्हें हर कदम पर प्रेरित किया। उनके परिवार का सहयोग और शिक्षकों की प्रेरणा उनकी इस उपलब्धि की नींव बनी।
प्रेरणा का स्रोत बनी रेखा
रेखा की इस उपलब्धि ने न केवल उनके गाँव कसान, बल्कि पूरे कोटली और मंडी जिले के लिए गर्व का क्षण लाया है। उनकी कहानी युवाओं के लिए एक मिसाल है कि कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।