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September 8, 2025
हिमाचल : देश सेवा करेगा शिक्षक दंपति का लाडला, भारतीय सेना में बना लेफ्टिनेंट
शिक्षा से लेकर अफसर बनने तक की प्रेरणादायक राह
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कांगड़ा। कहते हैं कि सपनों को जब जज्बे का सहारा मिल जाए, तो हर मंज़िल आसान हो जाती है। हौसले अगर मजबूत हों, तो छोटी-सी कोशिश भी इतिहास रच जाती है। यह शब्द बखूबी चरितार्थ कर दिखाए हैं कांगड़ा जिले के बेटे ऋतिक शर्मा ने।
विधानसभा क्षेत्र सुलह की खड़ौठ पंचायत के निवासी ऋतिक शर्मा ने कठिन परिश्रम और अटूट लगन के दम पर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है।
ऋतिक की शुरुआती शिक्षा अनुशासन और मेहनत से भरी रही। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय, पपरोला से पूरी की, जहां से उनकी शैक्षणिक प्रतिभा और देशसेवा का सपना और प्रबल हुआ। इसके बाद ऋतिक ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) हमीरपुर से बीटेक और एमटेक की पढ़ाई पूरी की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने सेना में जाने का निश्चय कर लिया और कड़ी मेहनत शुरू कर दी।
पढ़ाई पूरी करने के बाद ऋतिक ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित कम्बाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS) परीक्षा पास की। कठिन चयन प्रक्रिया और कठोर प्रशिक्षण को पूरा करने के बाद उन्हें भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त हुआ और वे गर्व से लेफ्टिनेंट बने।
ऋतिक के पिता अजय शर्मा धीरा स्कूल में अध्यापक हैं, जबकि उनकी माता रीना शर्मा नौरा स्कूल में टीजीटी (आर्ट्स) के पद पर कार्यरत हैं। माता-पिता ने बचपन से ही उन्हें शिक्षा, संस्कार और अनुशासन की नींव दी। ऋतिक ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को देते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद के बिना यह संभव नहीं था।
ऋतिक शर्मा के लेफ्टिनेंट बनने की खबर से पूरे क्षेत्र में उत्साह और गर्व का माहौल है। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने कहा कि ऋतिक ने युवाओं के लिए प्रेरणा का उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनकी सफलता ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।..