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April 22, 2025

हिमाचल के प्रथम याम्बुर बने IAS: 23 साल की उम्र- दूसरे प्रयास में सफलता

पिता करते हैं बागवानी- आंगनबाड़ी में हैं मां

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himachal news

शिमला: आज संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2024 के परिणामों की घोषणा कर दी। इस वर्ष की परीक्षा में शक्ति दुबे ने प्रथम स्थान हासिल किया है, जबकि हर्षिता गोयल ने दूसरा और डोंगरे अर्चित पराग ने तीसरा स्थान प्राप्त कर देश भर में अपनी प्रतिभा का डंका बजाया है।

हिमाचल के प्रथम याम्बुर ने चमकाया नाम

इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के छोटे से गांव कामरू से ताल्लुक रखने वाले 23 वर्षीय प्रथम याम्बुर ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) परीक्षा 2024 में सफलता हासिल कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे किन्नौर और हिमाचल प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है।

 

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दूसरे ही प्रयास में पास कर ली परीक्षा

अपने दूसरे प्रयास में इस कठिन परीक्षा को पास करने वाले प्रथम की कहानी मेहनत, लगन और सपनों को सच करने की अदम्य इच्छाशक्ति का प्रतीक है। आज ही घोषित परिणाम में प्रथम ने 841वीं रैंक के साथ IAS बनने का सपना साकार किया।

पिता करते हैं बागवानी- आंगनबाड़ी में हैं मां

प्रथम के पिता व्यास सुंदर बागवानी करते हैं, और मां राजदेवी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। प्रथम ने शिवालिक पब्लिक स्कूल, सांगला से शुरुआती शिक्षा, जवाहर नवोदय विद्यालय, रिकांगपियो से 10+2 (नॉन-मेडिकल), और दिल्ली विश्वविद्यालय से कला स्नातक प्रथम श्रेणी में हासिल किया। 2024 में CISF कमांडेंट के लिए चुने गए, लेकिन IAS के लक्ष्य के लिए उन्होंने इसे छोड़ दिया।

 

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जानें किसे दिया अपनी सफलता का श्रेय

पहले प्रयास की असफलता से न हारते हुए प्रथम ने रणनीति बदली और दूसरे प्रयास में शानदार कामयाबी हासिल की। खेलकूद और सह-शैक्षिक गतिविधियों में सक्रिय प्रथम ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को दिया। उनके गाँव में खुशी की लहर है, और किन्नौर का नाम रोशन हुआ।

युवाओं से की नशे से दूर रहने की अपील

प्रथम ने हिमाचल के युवाओं से मेहनत, लगन और नशे से दूरी की अपील की। उनकी कहानी सिखाती है कि साधन कम हों, फिर भी समर्पण से बड़े सपने पूरे हो सकते हैं। प्रथम अब देश सेवा के लिए तैयार हैं, खासकर अपने क्षेत्र में शिक्षा और विकास को बढ़ावा देने के लिए।

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