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July 2, 2025

हिमाचल : इंडियन आर्मी में क्लर्क से लेफ्टिनेंट कर्नल बने रमेश- यहां जानें रोमांचक संघर्ष

अनुशासन और सेवा-भाव से चढ़ी तरक्की की सीढ़ियां

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LieutenantColonel

मंडी। वीरभूमि कही जाने वाली हिमाचल की मिट्टी के एक और सपूत ने देश भर में प्रदेश को गौरव दिलाया है। जिला मंडी की जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत भड़याडा के छोटे से गांव खलेही के निवासी रमेश चंद ने सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के प्रतिष्ठित पद पर पदोन्नत होकर न केवल अपने इलाके का नाम रोशन किया है, बल्कि समूचे प्रदेश का भी मान बढ़ाया है।

क्लर्क से लेफ्टिनेंट कर्नल तक का सफर

रमेश चंद ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1994 में असम राइफल्स में एक क्लर्क के रूप में की थी। कड़ी मेहनत, अनुशासन और सेवा-भाव से उन्होंने धीरे-धीरे तरक्की की सीढ़ियां चढ़ते हुए सेकेंड इन कमांड जैसे उच्च पद को प्राप्त किया।

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अब वे लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यह उपलब्धि उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा है जो कठिन परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने का हौसला रखते हैं।

राजभवन में हुआ सम्मान समारोह

बीते कल 1 जुलाई मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर स्थित राजभवन में एक गरिमामय समारोह के दौरान राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केटी परनाइक (सेवानिवृत्त) ने रमेश चंद को यह प्रतिष्ठित रैंक प्रदान किया।

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इस मौके पर कई सैन्य अधिकारी और उनकी धर्मपत्नी गीता सिंह भी मौजूद थीं। वर्तमान में रमेश चंद राज्यपाल के एडीसी (एड टू कैम्प) के पद पर कार्यरत हैं।

स्थानीय विधायक व जनता ने दी बधाई

जोगिंद्रनगर के विधायक प्रकाश राणा ने रमेश चंद को बधाई देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि रमेश चंद की लगन, परिश्रम और समर्पण भाव आज के युवाओं के लिए एक आदर्श बन सकता है। उनका संघर्ष यह दिखाता है कि अगर मन में ठान लिया जाए तो कोई भी मंजिल असंभव नहीं होती।

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