कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश की बेटियां आज हर क्षेत्र में बेटों के साथ कंधा से कंधा मिला कर चल रही है। प्रदेश के छोटे-छोटे गांव की कई बेटियां हाल ही सैन्य नर्सिंग सेवा की परीक्षा को उतीर्ण कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनी हैं। बेटियों की इस उपलब्धि से ना की सिर्फ उनके जिले का बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन हुआ है।
मिलिट्री ऑफिसर बनी काजल
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में स्थित घरुन डोहग देहरियां गांव की बेटी काजल शर्मा ने भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन परीक्षा में सफलता हासिल की है। छोटे से गांव की बेटी काजल इस परीक्षा को पास करके मिलिट्री ऑफिसर बन गई हैं।
सेना में हवलदार रह चुके हैं पिता
काजल शर्मा 2 जून, 2024 को बंगलुरू एयरफोर्स कमांड अस्पताल में लेफ्टिनेंट के पद पर सेवाएं देंगी। काजल के पिता सुदेश शर्मा आर्मी से 21 वर्ष सेवा देने के बाद हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
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वह अंतरराष्ट्रीय शांति सेना का हिस्सा बनकर विदेश में भी सेवाएं दे चुके हैं। वर्तमान में वह राजस्व विभाग ज्वालामुखी में पटवारी के पद पर कार्यरत हैं। काजल की मां कुशलता महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पद पर उप स्वास्थ्य केंद्र कुंदलीहार में सेवाएं दे रही हैं।
इकलौती बेटी हैं काजल
काजल अपने माता-पिता की इकलौती बेटी हैं। सेना में अपने परिवार का प्रतिनिधित्व करने वाली काजल तीसरी पीढ़ी हैं। काजल के दादा स्वर्गीय अमरनाथ शर्मा सेना में हवलदार थे। काजल के ताया सुरेंद्र शर्मा कैप्टन (ऑनरेरी) के तौर पर सेवानिवृत्ति हुए हैं। काजल के चाचा संजय शर्मा सूबेदार हैं।
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काजल ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। काजल ने कहा कि पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण उनका बचपन से ही सेना में जाने का सपना था। जो अब उन्होंने कड़ी मेहनत कर पूरा कर लिया है।
पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल
काजल की इस उपलब्धि से उनके परिवार के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। काजल के परिजनों का कहना कि काजल बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार थी। काजल ने कड़ी मेहनत कर आज इतनी बड़ी सफलता हासिल की।