#उपलब्धि

November 21, 2025

हिमाचल: गरीब परिवार के पांच भाईयों ने पहनी सेना की वर्दी, दादा के सपने को किया साकार

पांच भाईयों ने बिना कोचिंग, खुद की मेहनत से लिखी सफलता की कहानी

शेयर करें:

chamba 5 brother News

चंबा। हिमाचल प्रदेश को यूं ही वीरभूमि नहीं कहा जाता। यहां के युवाओं में देश सेवा का जुनून किस हद तक समाया हुआ है, इसका प्रेरणादायक उदाहरण चंबा जिले से सामने आया है। चंबा की ग्राम पंचायत कुठेहड़ के एक साधारण परिवार के पांच भाइयों ने भारतीय सेना की वर्दी पहनकर न सिर्फ अपने माता-पिता का मान बढ़ाया है, बल्कि पहाड़ों की उस परंपरा को भी आगे बढ़ाया है, जिसने सदियों से देश को वीर जवान दिए हैं।

 

यह भी पढ़ें : सुक्खू सरकार में बड़ा कौन... "मंत्री या अधिकारी" पंचायत चुनाव में देरी पर भड़के राज्यपाल

पांच भाईयों ने पहनी सेना की वर्दी

दरअसल कुठेहड़ पंचायत के प्रौह गांव के एक साधारण परिवार के पांच भाई सेना में भर्ती हुए हैं। पांचों भाईयों के माता पिता दिहाड़ी मजूदरी करते हैं। पिता ने दिहाड़ी लगाकर और माता ने घर और खेत का काम संभाल कर अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई करवाई। साधारण परिवार में जन्में इन पांचों भाईयों ने भी अपने माता पिता की मेहनत को जाया नहीं होने दिया और अपनी मेहनत, लग्न और संघर्ष से अपने सेना में जाने के सपने को पूरा किया। परिवार के लिए यह क्षण गर्व और सम्मान भरा है।

 

यह भी पढ़ें : प्रेम कुमार धूमल का आशीर्वाद लेकर विक्रमादित्य सिंह ने जयराम ठाकुर को दे डाली नसीहत

ये पांच भाई हुए सेना में भर्ती

  • संजू पुत्र प्रकाश साल 2014 में सेना में भर्ती हुए
  • संजीव कुमार पुत्र बजरो राम ने साल 2022 में सेना की वर्दी पहनी
  • विनोद कुमार पुत्र कृष्ण चंद साल 2024 में सेना में भर्ती हुए
  • अनिल कुमार पुत्र कृष्ण चंद साल 2025 में सेना में भर्ती हुए
  • लेख राज पुत्र बजरो राम भी साल 2025 में सेना में भर्ती हुए

यह भी पढ़ें : हिमाचल में रुका मतदाता सूचियों की छपाई का काम : 31 जनवरी तक कैसे होंगे पंचायत चुनाव?

2014 में घर आई पहली वर्दी

इस परिवार के बेटों की सेना में जाने की शुरूआत साल 2014 में हुई थी। जब सबसे बड़े बेटे संजू 2014 में भारतीय सेना में भर्ती हुए। संजु को सेना की वर्दी में देख कर अन्य भाईयों में भी देश सेवा के प्रति उत्साह भर गया। जिसके बाद बिना किसी कोचिंग के कड़ी मेहनत के सभी ने अपने इस सपने को पूरा किया। इन पांचों भाईयों ने बिना किसी महंगी कोचिंग या ट्रेनिंग सेंटर के ही अपने सपने को सच कर दिखाया। 

यह भी पढ़ें : हिमाचल में भूकंप : घरों से बाहर भागे लोग, क्या आपने महसूस किए झटके?

दादा के सपने को पोतों ने किया पूरा

परिवार के लोग बताते हैं कि पांचों भाइयों के दादा स्वर्गीय दुआनू राम खुद सेना में जाना चाहते थे, लेकिन विपरित परिस्थितियों के कारण वह भर्ती नहीं हो पाए। आज उनके पांचों पोतों ने सेना में शामिल होकर न केवल अपने दादा के अधूरे सपने को पूरा किया है, बल्कि परिवार की तीन पीढ़ियों के गर्व को एक नई ऊंचाई दी है।

नोट : ऐसी ही तेज़, सटीक और ज़मीनी खबरों से जुड़े रहने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख