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November 7, 2025

हिमाचल : दुकान चलाते हैं माता-पिता, बेटी ने CA बन बढ़ाया मान- नहीं थम रहे खुशी के आंसू

माता-पिता ने कभी नहीं आने दी किसी चीज की कमी

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CA Sangam Saini

सिरमौर। कहते हैं कि मेहनत की रोशनी जब दिल में ठहर जाती है, तो किस्मत भी सिर झुकाकर सलाम कर जाती है। जिसे पाना हो आसमान, उसे कदम जमीन से ही बढ़ाने होते हैं। यह शब्दों बखूबी चरितार्थ कर दिखाए हैं सिरमौर जिले की बेटी संगम सैनी ने।

चार्टर्ड अकाउंटेंट बनी संगम सैनी

जिला मुख्यालय नाहन की बेटी संगम सैनी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) जैसी कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल कर न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे शहर को गर्व का अवसर दिया है।

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छोटे शहर की बेटी का बड़ा सपना

संगम की इस उपलब्धि ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि छोटे शहरों की बेटियां भी बड़े सपने सच कर सकती हैं, बशर्ते मेहनत, अनुशासन और लक्ष्य के प्रति अटूट विश्वास कायम रखा जाए।

शिक्षा की सीढ़ियां धीरे-धीरे चढ़ी

संगम सैनी शहर के बड़े चौक क्षेत्र की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई सिरमौर हिल्स स्कूल से पूरी की और बाद में AVN स्कूल से जमा एक और जमा दो की शिक्षा हासिल की। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने इग्नू (IGNOU) से बीकॉम (B.Com) किया।

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पढ़ाई के साथ-साथ की तैयारी

पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने CA बनने का सपना भी जीवित रखा, जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने दिल्ली में आर्टिकलशिप के दौरान रात-दिन मेहनत की। चार्टर्ड अकाउंटेंट की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, जहाँ सफलता का प्रतिशत भी काफी कम रहता है। लेकिन संगम ने धैर्य, आत्मविश्वास और परिश्रम के बल पर इस चुनौती को पार कर लिया।

दुकान चलाते हैं माता-पिता

संगम के पिता राजेश सैनी और माता रीता सैनी नाहन के यशवंत विहार में एक दुकान संचालित करते हैं। आर्थिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच भी उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई में कभी कोई कमी नहीं आने दी। संगम की हर सफलता में परिवार का योगदान मजबूत स्तंभ की तरह खड़ा रहा।

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खुशी से भावुक हुए माता-पिता

बेटी की कामयाबी के बाद सैनी परिवार में जश्न और गर्व का माहौल बना हुआ है। माता-पिता ने भावुक होते हुए कहा कि हमने हमेशा बेटी पर विश्वास रखा था, आज उसी विश्वास का फल मिला है।

शहर में बढ़ा गर्व, युवाओं के लिए बनी प्रेरणा

संगम की सफलता की खबर नाहन शहर में तेजी से फैल गई। कई शिक्षकों, दोस्तों और परिचितों ने उन्हें बधाइयाँ दीं। शहर में लोग संगम को नयी पीढ़ी के लिए प्रेरणा के रूप में देख रहे हैं। संगम का कहना है कि सपने बड़े हों या छोटे, उनकी राह में आने वाली मुश्किलें केवल हमारे हौसले की परीक्षा लेती हैं। अगर मन में दृढ़ भरोसा हो और निरंतर मेहनत जारी रहे, तो हर मंज़िल हासिल की जा सकती है।

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