#हादसा
September 11, 2025
हिमाचल : उफनती नदी में बहा शिक्षक, स्कूल से छुट्टी के बाद लौट रहा था घर- हुआ लापता
परिजन कर रहा शिक्षक के सही सलामत मिलने की उम्मीद
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां धारटीधार क्षेत्र के ठाकर गवाणा गांव में गिरि नदी को पार करते समय एक स्कूल अध्यापक पानी के तेज बहाव में बह गया है। घटना के बाद पूरे इलाके में माहौल गमगीन बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि अध्यापक के साथ ये हादसा उस वक्त पेश आया- जब वो स्कूल से छुट्टी होने के बाद अपने घर वापस लौट रहा था। मगर नदी का बहाव तेज होने के कारण शिक्षक नदी में बह गया।
मिली जानकारी के अनुसार, घटना बुधवार शाम करीब 5.30 बजे की बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम, स्थानीय लोग और गोताखोर मौके पर पहुंचे। सबने शिक्षक को ढूंढने का खूब प्रयास किया। मगर पानी का बहाव तेज होने के कारण शिक्षक का कहीं कुछ सुराग नहीं मिल पाया।
लापता हुए शिक्षक की पहचान रूप लाल के रूप में हुई है- जो कि चांदनी ग्राम पंचायत के एक निजी स्कूल में अध्यापक था। गोताखोरों द्वारा शिक्षक की तलाश की जा रही है, लेकिन उसका अभी तक कहीं कुछ पता नहीं चल पाया है।
शिक्षक के लापता होने के बाद परिजनों और पूरे गांव में माहौल चिंताजनक और दुखद बना हुआ है। सभी उम्मीद कर रहे हैं कि रूप लाल सुरक्षित मिल जाए। मगर इतना समय बीत जाने के बाद भी उसका कुछ अता-पता नहीं चल पा रहा है।
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि गिरि नदी को पार करने के लिए यहां पर कोई फुट ब्रिज नहीं है। जिसके कारण रोज ही लोगों को जान जोखिम डालकर नदी को पार करना पड़ता है। कई स्कूली बच्चे भी इस उफनती नदी को पार कर स्कूल पहुंचते हैं। भविष्य में ऐसा हादसा ना हो इसलिए यहां पर जल्द से जल्द पुल का निर्माण करना चाहिए।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में मानसून की तबाही थमने का नाम नहीं ले रही। बीती रात से ही प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश हो रही है। हालांकि, मौसम विभाग ने आज के लिए पूरे प्रदेश में धूप खिलने का अनुमान जताया था, लेकिन शिमला, कांगड़ा, हमीरपुर और सोलन समेत कई जिलों में सुबह से ही बारिश जारी है।
मौसम विभाग ने कल से आगामी तीन दिनों तक पूरे प्रदेश में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने लोगों और प्रशासन को सचेत रहने की हिदायत दी है क्योंकि बारिश से भूस्खलन, सड़कें बंद होने और नदियों-नालों में जलस्तर बढ़ने की संभावना बनी हुई है।