#हादसा
November 20, 2025
हिमाचल : ड्राइवर का बिगड़ा संतुलन, हवा में लटकी बस- सवारियों की चीखों से दहला इलाका
क्रेन की मदद से निकाली बस
शेयर करें:

बिलासपुर। हिमाचल की पहाड़ी सड़कों पर जोखिम हमेशा साथ चलता है। बिलासपुर जिला में तो आज इसका भयावह उदाहरण देखने को मिला। चढ़ाई वाले तंग मोड़ पर अचानक अनियंत्रित हुई बस तेजी से डिवाइडर से टकराई और फिसलते हुए सड़क किनारे बने गहरे नाले के ऊपर लटक गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मामला जिला के झंडूता उपमंडल के बरठीं क्षेत्र का है। यहां बीती रात को बिलासपुर से शाहतलाई की ओर जा रही एक निजी बस अचानक तकनीकी खराबी आने के बाद अनियंत्रित हो गई। बताया जा रहा है कि बस के स्टीयरिंग सिस्टम में अचानक आई खामी ने चालक को वाहन पर नियंत्रण रखने का कोई मौका ही नहीं मिला।
सड़क पर चढ़ाई वाला मोड़ पार करते समय बस अचानक दाई और मुड़ गई और सीधे डिवाइडर से जा टक्कराई। टक्कर के बाद भी बस नहीं रुकी और फिसलते हुए सड़क किनारे बने नाले की ओर खिसक गई। कुछ ही सेकेंड के अंदर बस का आधा हिस्सा हवा में लटक गया, जिससे मौके पर मौजूद लोग भी सहम गए।
बस के हवा में लटकते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जानी-नुकसान नहीं हुआ है। मगर हादसे के बाद बस में सवार सभी यात्री बहुत सहमे हुए हैं।
शहतलाई पुलिस ने बताया कि बस में कई यात्री सवार थे। दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए हादसा किसी बड़ी जान हानि में बदल सकता था, लेकिन सौभाग्य से एक भी यात्री को चोट नहीं आई। बस के लटकते ही यात्रियों में हल्का हड़कंप जरूर मचा, लेकिन दुर्घटना होते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और सामूहिक रूप से एक-एक कर यात्री को बस से बाहर निकलना शुरू किया।
इसी बीच शहतलाई पुलिस, स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग के अधिकारी स्थल पर पहुंच गए। सड़क पर यातायात को नियंत्रित किया गया, ताकि कोई अन्य वाहन दुर्घटना की चपेट में न आए। बस को नाले से निकालने के लिए क्रेन की मदद ली गई, जिसके बाद सड़क मार्ग को पूरी तरह से खोल दिया गया। किसी भी यात्री को चोट न लगने की जानकारी सामने आने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि, बस में आई तकनीकी खराबी दुर्घटना का मुख्य कारण हो सकती है। यह घटना फिर एक बार यह याद दिलाती है कि पहाड़ी सड़कों पर चलने वाले सार्वजनिक वाहनों में तकनीकी जांच और सुरक्षा मानकों का पालन कितना जरूरी है। यदि थोड़ी भी देरी होती, तो यह हादसा बेहद भयावह हो सकता था।