#हादसा
July 2, 2025
हिमाचल : 9 महीने की मासूम पर कुदरत मेहरबान, पूरे परिवार में सिर्फ वही बची- बाकी मलबे में दफन
एक रात में उजड़ गया पूरा गांव- 34 लोग अभी भी हैं लापता
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के बीच बुधवार को मौसम ने थोड़ी राहत जरूर दी, लेकिन तबाही के निशान अब भी हर ओर दिख रहे हैं। जिले के गोहर उपमंडल की परवाड़ा पंचायत के तलवाड़ा गांव से एक बेहद मार्मिक और दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है।
यहां मंगलवार देर रात बादल फटने के बाद हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के चार सदस्य मलबे में दब गए। इस हादसे में एक महिला, उसकी बेटी, बहू और एक छोटी बच्ची शामिल थीं। इस भीषण त्रासदी के बीच सिर्फ 9 महीने की मासूम बच्ची को मलबे से सुरक्षित निकाला गया, जो पूरे गांव में आशा की किरण बनकर सामने आई। मासूम के रोने की आवाज सुनकर बचाव दल ने समय रहते उसे खोज निकाला।
अब तक इस हादसे में 9 महीने बच्ची के पिता का शव मलबे से निकाला जा चुका है। वहीं, उसकी मां, दादी और बहन अभी भी लापता हैं। NDRF की टीमें लगातार मलबा हटाने और लापता लोगों को ढूंढने में जुटी हुई हैं, लेकिन भारी मलबा और दुर्गम पहाड़ी इलाका राहत कार्य में लगातार चुनौती बन रहा है।
बुधवार को हल्की धूप निकलने के बाद राहत और बचाव कार्य में तेजी आई है। जिला प्रशासन ने विभिन्न जगहों पर भारी मशीनरी तैनात की है ताकि बंद सड़कों को जल्द से जल्द खोला जा सके और राहत सामग्री प्रभावितों तक पहुंचाई जा सके। अब भी मंडी जिले में 34 से अधिक लोग लापता हैं, जिससे परिजनों की चिंता और पीड़ा लगातार बढ़ रही है।
तलवाड़ा गांव में हर तरफ सन्नाटा और मातम है। चारों तरफ बर्बादी का मंजर है और लोग सहमे हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा कहर उन्होंने जीवन में पहली बार देखा है। गांव के बुजुर्गों के अनुसार, यह इलाका पहले भी संवेदनशील रहा है, लेकिन इस बार नुकसान अभूतपूर्व है।
स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि इस त्रासदी से प्रभावित परिवार को पूर्ण आर्थिक सहायता दी जाए और मासूम बच्ची के भविष्य की विशेष देखभाल की व्यवस्था की जाए। साथ ही उन्होंने आग्रह किया है कि संवेदनशील इलाकों की जल्द पहचान कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बसाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
बताया जा रहा है कि यह बच्ची नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के पूर्व PSO बलवंत ठाकुर के परिवार से है। इसे लेकर बलवंत ठाकुर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट भी किया है। उन्होंने लिखा कि ग्राम पंचायत परवाड़ा गांव तलवाड़ा में बीती रात मेरी चाची पूर्णी देवी इनका बेटा नरेश कुमार व नरेश की पत्नी भूस्खलन में दब गए हैं। नरेश की 9 माह की बेटी सुरक्षित है। अभी-अभी नरेश कुमार की डेड बॉडी मिल चुकी है। अब इस परिवार में इस 9 महीने की बेटी के अलावा कोई भी नहीं है।