#हादसा
July 18, 2025
हिमाचल : एक साथ घर से उठेगी मां-बेटे की अर्थी, मलबे की चपटे में आने से थमीं सांसें- परिवार बेसुध
घर से 200 मीटर की दूरी पर पहाड़ी से गिरे पत्थर
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कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए काल बनती जा रही है। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और चट्टानें गिरने की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। हिमाचल के कुल्लू जिला में बीते कल पेश आए दिल दहला देने वाले हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया है। हादसे में मां-बेटे की हुई दुखद मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
अब आज एक ही घर से दो अर्थियां उठेंगी। दोनों मां-बेटे का गांव के श्मशान घाट में एक साथ अंतिम संस्कार किया जाएगाा। हादसे के बाद से पूरे गांव में कल से किसी के घर चूल्हा नहीं जला है। इस हादसे में बाद पूरे गांव में माहौल बेहद गमगीन बना हुआ है।
यह हादसा कुल्लू जिला के आनी तहसील के तहत आते बखनोआ पंचायत में पुनण खड्ड के पास गुरुवार देर शाम को हुआ है। इस हादसे में मां के साथ-साथ उसके 14 साल के मासूम बेटे की भी दर्दनाक मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि यह हादसा उस समय हुआ, जब 30 वर्षीय रवीना भारती और उनका 14 साल का बेटा सुजल नेगी टैक्सी से उतरकर घर की ओर पैदल जा रहे थे। जैसे ही दोनों सड़क पर पैदल चल रहे थे तो घर से करीब 200 मीटर दूरी पर अचानक ऊपर से चट्टानें गिरने लगीं।
इससे पहले कि वे संभल पाते, दोनों पत्थरों की चपेट में आ गए। दोनों के सिर पर पत्थरों से गंभीर चोटें आई थी। जिसके चलते रवीना ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि, सुजल ने अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि रवीना भारती का बेटा सुजल आठवी कक्षा में पढ़ता है और रवीना उसे स्कूल से वापस लेकर घर लौट रही थी।
हादसे में जान गंवाने वाली रवीना न केवल एक मां थीं, बल्कि बखनाओ पंचायत के काथला वार्ड की निर्वाचित प्रतिनिधि भी थीं। पंचायत प्रधान अमित कुमार ने बताया कि रवीना समाज में बेहद सक्रिय थीं और महिलाओं की आवाज को आगे बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभा रही थीं। उनके अचानक चले जाने से पूरे इलाके में शोक की लहर है।