#हादसा
October 27, 2025
हिमाचल : फोरलेन पर काम कर रहा मजदूर ऊंचाई से गिरा- नहीं बच पाया, कंपनी पर लगे ये आरोप
स्थानीय व्यापारियों ने कंपनी पर लापरवाही के लगाए आरोप
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िला स्थित जसूर में रविवार सुबह एक और दर्दनाक हादसा हुआ। पठानकोट-मंडी फोरलेन पर बन रहे फ्लाईओवर नंबर-14 से गिरने के कारण 35 वर्षीय मजदूर मुनव्वर पुत्र जुल्फान (निवासी बुदकलां, यमुनानगर, हरियाणा) की मौत हो गई। हादसे के वक्त मुनव्वर मशीन की बकेट पर खड़े होकर पिलर के ऊपर काम कर रहा था, तभी अचानक संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर पड़ा।
गंभीर रूप से घायल मुनव्वर को तुरंत नूरपुर के नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों कल्लू शर्मा, लक्की, मोंटू, राजू, रवि और अंकित ने निर्माण कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि मौके पर कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं था। मजदूर बिना हेलमेट और सेफ्टी बेल्ट के ऊंचाई पर काम कर रहे थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि मुनव्वर की मौत गिरने से नहीं बल्कि करंट लगने से हुई है।
नूरपुर थाना प्रभारी सुरेंद्र धीमान ने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और जांच जारी है। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और कहा कि बिजली के तार इंसुलेटेड थे। मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगा।
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पठानकोट-मंडी फोरलेन निर्माण कार्य नूरपुर उपमंडल में पहले भी कई हादसों और विवादों के कारण चर्चा में रहा है। 28 अप्रैल 2025 को पक्का टाला में एक अन्य मजदूर दीपक शर्मा की मशीन के नीचे आने से मौत हो गई थी। लगातार होती इन घटनाओं ने निर्माण कंपनियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि कंपनियां मजदूरों की सुरक्षा के प्रति उदासीन हैं। अधूरे निर्माण, खुले गड्ढे और बिजली की तारों के बीच बिना सुरक्षा उपकरणों के काम करवाया जा रहा है। जसूर का यह हादसा एक बार फिर बता गया कि फोरलेन के साथ-साथ मजदूरों की ज़िंदगी भी दांव पर लगी है।