#हादसा
November 19, 2025
हिमाचल : सुबह कैंटीन में सामान लेने गया सैनिक, दोपहर को घर लौटी देह- सदमे में परिवार
परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से बेहद दुखद खबर सामने आई है। यहां देहरा उपमंडसल में CSD कैंटीन में सामान लेने पहुंचे 75 वर्षीय भूतपूर्व सैनिक की अचानक मौत हो गई है। सैनिक की मौत के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
जानकारी के अनुसार, कैप्टन करतार चंद मिन्हास (75) कल सुबह देहरा स्थित CSD कैंटीन में सामान लेने पहुंचे थे। वह सामान्य दिनों की तरह अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़नी शुरू हुई।
असहज महसूस होते ही उन्होंने पास में रखी बेंच पर बैठने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही क्षणों में वे अचेत होकर गिर पड़े। घटना के समय कैंटीन में ही मौजूद देहरा के सरकारी अस्पताल में तैनात एक नर्स, जो मंगलवार को छुट्टी पर थी और अपने परिवार के साथ सामान लेने आई हुई थी, ने तुरंत स्थिति को गंभीर समझा।
उन्होंने तुरंत कैप्टन मिन्हास को CPR देना शुरू किया और उन्हें होश में लाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। कैंटीन स्टाफ और अन्य लोगों ने तुरंत वाहन की व्यवस्था कर उन्हें सिविल अस्पताल देहरा पहुंचाया। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पहचान बढ़ल गांव निवासी सेवानिवृत्त कैप्टन करतार चंद मिन्हास (75) के रूप में हुई है। घटना के बाद इलाके में शोक की लहर फैल गई है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, मौत का कारण हृदयाघात माना जा रहा है। शरीर में अचानक आई परेशानी और बेहोशी के लक्षणों को देखते हुए डॉक्टरों ने भी इसे हार्ट अटैक से हुई प्राकृतिक मृत्यु माना है। परिजनों और स्थानीय पूर्व सैनिक संगठनों ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।
कैप्टन करतार चंद मिन्हास सेना से सेवानिवृत्त थे और बढ़ल क्षेत्र में अपना शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे थे। स्थानीय लोग उन्हें एक अनुशासित, शांत स्वभाव और सामाजिक कार्यों में रुचि रखने वाले व्यक्ति के रूप में जानते थे। उनकी अचानक हुई मौत से गांव और देहरा क्षेत्र में गहरा शोक है।
घटना के बाद कैंटीन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग स्तब्ध रह गए कि कुछ ही मिनटों में एक स्वस्थ दिखाई देने वाला बुजुर्ग अचानक दुनिया छोड़ गया। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। पोस्टमार्टम की आवश्यकता पर निर्णय डॉक्टरों और परिजनों के परामर्श से लिया जाएगा।