#हादसा

July 14, 2025

हिमाचल में फिर दरका पहाड़ : इलाके में बारिश भी हुई शुरू, गाड़ियों में परिवार संग फंसे कई लोग

पहले 27 घंटे बाद बहाल हुआ था नेशनल हाईवे

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Chandigarh Manali NH Landslide

मंडी। हिमाचल प्रदेश में मानसून का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के मंडी जिले में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। रविवार शाम को 27 घंटे बाद बहाल हुआ चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे एक बार फिर चार मील के पास लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया है।

फिर दरक गया पहाड़

पहाड़ी से दोबारा भारी मलबा और पत्थर गिरने के कारण सड़क अवरुद्ध हो गई है, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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बार-बार गिर रहे हैं पत्थर

चार मील क्षेत्र में पहाड़ी से लगातार भारी पत्थरों का गिरना सड़क बहाली में सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। स्थानीय प्रशासन और मशीनरी ने जैसे-तैसे मलबा हटाने का प्रयास शुरू किया है, लेकिन बारिश के कारण राहत कार्यों में भी बाधा आ रही है। लगातार हो रही बौछारों के बीच मशीनें चलाना मुश्किल हो गया है, जिससे अंदेशा है कि हाईवे को दोबारा बहाल करने में अभी काफी समय लग सकता है।

27 घंटे बाद खुला था हाईवे

शनिवार दोपहर करीब 2 बजे भूस्खलन के बाद यह मुख्य मार्ग बंद हो गया था। मलबा गिरने और लगातार पत्थर गिरने के कारण एनएच-3 को खोलने में प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। रविवार शाम साढ़े 5 बजे जब हाईवे आंशिक रूप से बहाल हुआ तो जाम में फंसे सैकड़ों लोगों ने राहत की सांस ली थी। मगर, यह राहत कुछ ही घंटों की रही।

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पहाड़ी दरका, भारी मलबा गिरा

आपको बता दें कि आज सुबह एक बार फिर पहाड़ी दरकी और भारी मलबा सड़क पर आ गिरा। इससे मंडी-कुल्लू मार्ग पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। कई पर्यटक वाहन, निजी कारें और ट्रक इस मार्ग पर फंसे हुए हैं। कई लोग गाड़ियों में परिवार के साथ फंसे हुए हैं।

यात्रा टालें, अलर्ट में रहें

सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देश राज ने लोगों से अपील की है कि वे फिलहाल अनावश्यक यात्रा से बचें। उन्होंने कहा कि वर्तमान मौसम और लगातार भूस्खलन को देखते हुए सड़क पर आवाजाही पूरी तरह असुरक्षित हो चुकी है। प्रशासन और NHAI की टीमें मौके पर मौजूद हैं, लेकिन स्थिति पूरी तरह मौसम पर निर्भर है।

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बारिश भी हो गई शुरू

एक तरफ पहाड़ से गिरता मलबा और दूसरी तरफ बारिश भी शुरू हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चेताया है कि आगामी दिनों में प्रदेश में भारी बारिश की आशंका बनी रहेगी। आज कांगड़ा और सिरमौर जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित और मंडी, शिमला और सोलन जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।

बारिश का अलर्ट जारी

जबकि, कल से 17 जुलाई तक हिमाचल के अधिकांश जिलों में यलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। विशेषज्ञों ने नदियों, नालों और पहाड़ी ढलानों के समीप जाने से बचने की सलाह दी है। प्रशासन ने सभी जिलों को अलर्ट पर रखा है और आपात स्थिति के लिए रेस्क्यू टीमें तैयार रखी गई हैं।

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मंडी बना मानसून का सबसे बड़ा शिकार

इस बार हिमाचल में मानसून का सबसे अधिक असर मंडी जिले पर पड़ा है। भूस्खलन, सड़कें टूटना, घरों में पानी घुसना और यातायात बाधित होना यहां की रोजमर्रा की हकीकत बन चुकी है। सड़कें बार-बार बंद हो रही हैं, जिससे स्थानीय निवासियों के साथ-साथ सैलानी भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।

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