#हादसा
May 8, 2025
हिमाचल : नदी में गिरी कार, उड़े परखच्चे- अंदर ही फंस गया चालक; मची चीख-पुकार
मोड़ पर बिगड़ा चालक का कार पर से संतुलन
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सिरमौर। हिमाचल प्रदेश में हिमाचल प्रदेश में दर्दनाक हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन गाड़ियों के खाई में गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में ताजा मामला सिरमौर जिले से सामने आया है।
यहां पर रेणुका जी से नाहन की ओर आ रही एक मारुति कार अनियंत्रित होकर खदाल के पास जलाल नदी में जा गिरी। गनीमत यह रही कि कार में सिर्फ चालक ही मौजूद था। हादसे के वक्त मौके पर चीख-पुकार मच गई। हादसे में गड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और चालक इसी क्षतिग्रस्त कार में फंस गया।
मिली जानकारी के अनुसार, हादसा सुबह के समय उस वक्त हुआ जब माइना गांव निवासी युवक अपनी कार से नाहन की ओर जा रहा था। जैसे ही वह खदाल के निकट पहुंचा, अचानक वाहन से नियंत्रण हट गया और कार सड़क किनारे से फिसलती हुई नीचे जलाल नदी में जा समाई। कार गिरते ही आसपास के ग्रामीणों ने शोर सुना और मौके की ओर दौड़ पड़े। नदी के किनारे गिरी कार को देख कर लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया।
गनीमत रही कि हादसे में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ। स्थानीय लोगों की तत्परता के चलते उसकी जान बच गई। स्थानीय लोगों की मदद से घायल चालक को सुरक्षित कार से बाहर निकाला गया और सड़क तक लाया गया। तत्पश्चात 108 एंबुलेंस सेवा को सूचित किया गया, जिसने घायल को तुरंत सिविल अस्पताल ददाहू पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया। सौभाग्य से चालक को सिर्फ मामूली चोटें आई हैं और उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।
इस दुर्घटना में कार को खासा नुकसान हुआ है। वाहन के अगला और पिछला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। मौके पर पहुंचे लोगों का कहना है कि यदि कार थोड़ी और तेजी से फिसलती, तो नदी में गिरने के बाद हालात और गंभीर हो सकते थे। जलाल नदी में गहराई ज्यादा होने के कारण हादसे का परिणाम जानलेवा भी हो सकता था।
पुलिस और प्रशासन की ओर से भी घटनास्थल का मुआयना किया गया है। दुर्घटना के सटीक कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी में यह सामने आया है कि कार अचानक मोड़ पर नियंत्रण खो बैठी, संभवतः सड़क पर ढलान या कंकरीली सतह की वजह से।
लोगों का कहना है कि बार-बार इस मार्ग पर सुरक्षा इंतजामों की मांग कर चुके हैं। खदाल और जलाल नदी के आसपास सड़क किनारे कोई मजबूत सुरक्षा रेलिंग नहीं है, जिससे हर बारिश या ढलान वाले मौसम में हादसे की आशंका बनी रहती है। इस ताजा हादसे ने फिर से सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
विदित रहे कि, हिमाचल प्रदेश में पेश आ रहे दर्दनाक हादसों के पीछे कई वजहें हैं। सबसे पहले, प्रदेश की भौगोलिक स्थिति बेहद जटिल है—घुमावदार सड़कें, तीखे मोड़ और लगातार होने वाली भूस्खलन की घटनाएं दुर्घटनाओं को न्यौता देती हैं। इसके साथ ही, वाहन चालकों की लापरवाही भी हादसों को बढ़ावा देती है। ओवरस्पीडिंग, नशे में वाहन चलाना और पर्याप्त प्रशिक्षण के बिना पहाड़ी सड़कों पर वाहन चलाना आम हो गया है।