#अपराध
May 8, 2025
हिमाचल : फोटोग्राफर ने खराब कर दी शादी की वीडियो और तस्वीरें, महिला ने ठोका केस
महिला ने रिसेप्शन के लिए बुक किया था फोटोग्राफर
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने हाल ही में एक ऐसे मामले में अहम फैसला सुनाया, जिसमें एक फोटोग्राफर द्वारा शादी समारोह की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में लापरवाही बरती गई थी।
आयोग के अध्यक्ष हेमांशु मिश्रा, सदस्य आरती सूद और नारायण ठाकुर की पीठ ने उपभोक्ता के पक्ष में निर्णय सुनाते हुए फोटोग्राफर को कुल 80,000 रुपये अदा करने का आदेश दिया है। यह मामला जुलाई 2022 में हुई एक विवाह से जुड़ा है।
शिकायतकर्ता महिला ने आयोग को बताया कि उन्होंने अपनी शादी और जून में हुए रिसेप्शन के लिए एक स्थानीय फोटोग्राफर की सेवाएं 60,000 रुपये में ली थीं। इस रकम का भुगतान नकद और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से समय रहते कर दिया गया था। लेकिन, शादी के बाद तय समयसीमा में न तो फोटो मिले, न वीडियो। जो सामग्री फोटोग्राफर ने बाद में दी, उसमें भी कई तकनीकी कमियां और एडिटिंग की खामियां सामने आईं।
शिकायत के अनुसार, वीडियो में जगह-जगह डबल साउंड आ रहा था, कुछ हिस्सों में बैकग्राउंड म्यूजिक बिल्कुल असंगत था और कई क्लिप्स में तो ऑडियो पूरी तरह नदारद था। शिकायतकर्ता का यह भी कहना था कि शादी जैसे एक महत्वपूर्ण मौके की यादें फोटोग्राफी और वीडियो के माध्यम से ही संजोई जाती हैं और जब वही खराब हो जाएं, तो मानसिक तौर पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
मामले की सुनवाई के दौरान फोटोग्राफर आयोग के समक्ष एक बार भी पेश नहीं हुआ। इसके चलते आयोग ने मामले को एकतरफा घोषित कर दिया और निष्पक्ष जांच के लिए एक लोक आयुक्त की नियुक्ति की। लोक आयुक्त की रिपोर्ट में भी शिकायत की बातों की पुष्टि हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि वीडियो की गुणवत्ता बेहद खराब थी और इसमें बुनियादी स्तर की भी तकनीकी सावधानियां नहीं बरती गई थीं।
इन तथ्यों के आधार पर आयोग ने फैसला सुनाते हुए फोटोग्राफर को आदेश दिया कि वह उपभोक्ता को 60,000 रुपये 9% सालाना ब्याज सहित 30 दिनों के भीतर लौटाए। इसके अलावा मानसिक उत्पीड़न और कानूनी प्रक्रिया में उलझाने के लिए 10-10 हजार रुपये अतिरिक्त हर्जाना भी अदा करने को कहा गया।
यह निर्णय उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक मजबूत संदेश देता है कि सेवा प्रदाता अगर लापरवाही करते हैं तो उन्हें उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। साथ ही यह मामला उन सभी फोटोग्राफरों और वीडियो संपादकों के लिए चेतावनी है, जो महंगे पैकेज बेचकर भी गुणवत्ता से समझौता करते हैं।