#हादसा

May 21, 2025

हिमाचल : नहाने गए थे पांच यार, सतलुज की लहरों में बहे दो- काम की तलाश में आए थे परिवार से दूर

गोताखोरों की टीम को मौके पर बुलाकर तलाशी अभियान शुरू किया गया है

शेयर करें:

Bilaspur News

बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित हरनोड़ा के समीप सतलुज नदी एक बार फिर हादसे का कारण बन गई। इस बार नेपाल मूल के दो युवक इस नदी के तेज बहाव में बह गए।

सतुलज में बहे दो यार

अभी तक दोनों का कोई सुराग नहीं लग पाया है और पुलिस प्रशासन द्वारा खोज अभियान जारी है। गोताखोरों की टीम को मौके पर बुलाकर तलाशी अभियान शुरू किया गया है। मगर पानी का बहाव तेज होने के कारण कई दिक्कतें आ रही हैं।

यह भी पढ़ें : हिमाचल का लाल कारगिल में शहीद, मां का बेटे को सेहरा सजाने का सपना रह गया अधूरा- सदमे में दादा-दादी

पांच दोस्त उतरे थे नहाने, दो बह गए

जानकारी के अनुसार रविवार को नेपाल मूल के पांच युवक सतलुज नदी में नहाने उतरे थे। इसी दौरान पानी का बहाव अचानक तेज हुआ और दो युवक बहाव में फंसकर आगे की ओर बहते चले गए। बाकी के तीन साथियों ने शोर मचाया और लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गोताखोरों को बुलाया।

पहचान और स्थानीय संपर्क की तलाश

फिलहाल बहे युवकों की शिनाख्त नहीं हो पाई है, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ये युवक नेपाल के रहने वाले हैं और बिलासपुर क्षेत्र में मजदूरी या किसी अन्य कार्य के लिए आए हुए थे। प्रशासन उनके अन्य साथियों से पूछताछ कर रहा है ताकि इनके परिवारों और पते की जानकारी जुटाई जा सके।

यह भी पढ़ें : हिमाचल की पैरवी के लिए दिल्ली रवाना होंगे CM सुक्खू, 2 दिन तक करेंगे इन मंत्रियों से मुलाकात

सतलुज में बढ़ते हादसे बन रहे चिंता का विषय

यह पहली बार नहीं है जब सतलुज नदी में इस तरह का हादसा हुआ हो। कुछ दिन पहले ही खंगड़ क्षेत्र में दो बच्चे नदी में फंस गए थे, जिन्हें दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बचा लिया गया था। मगर इस बार की घटना ने फिर से नदी के आसपास सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

युवकों की तलाश जारी

प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की चेतावनी या प्रतिबंध के अभाव में लोग सतलुज में नहाने उतर जाते हैं, जिससे लगातार जान का खतरा बना रहता है। DSP हेडक्वार्टर मदन धीमान ने पुष्टि करते हुए कहा कि सतलुज नदी में बहे दोनों युवकों की तलाश के लिए अभियान जारी है। गोताखोरों को सतर्कता के साथ नदी में उतारा गया है और स्थानीय लोगों की मदद भी ली जा रही है।

यह भी पढ़ें : हिमाचल : दोस्त और उसकी पत्नी को दावत पर बुलाया, फिर मांगे पैसे- न मिलने पर रात 3 बजे...

उठ रहे कई सवाल 

क्या सतलुज नदी के किनारे प्रशासन द्वारा पर्याप्त चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं?

नहाने पर रोक क्यों नहीं लगाई जाती जबकि ये क्षेत्र दुर्घटनाओं के लिए संवेदनशील है?

मजदूरी के लिए आए गरीब प्रवासियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?

 

वहीं, इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में डर का माहौल बन चुका है। बता दें कि आजकल हिमाचल की कई नदियों का जल स्तर अचानक बढ रहा है। ऐसे में लोगों से अपील की जा रही है कि नदी-नालों से दूर रहें ताकि कोई हादसा घटित ना हो।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख