#राजनीति
November 13, 2025
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष पद का चेहरा साफ: मंत्री ने किया खुलासा- राठौर को सौंपी जाएगी कमान!
अनिरुद्ध सिंह के बयान से बढ़ी अटकलें- राठौर फिर संभाल सकते हैं कमान
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शिमला। हिमाचल प्रदेश की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस संगठन में बड़े फेरबदल की सुगबुगाहट के बीच पार्टी को अगले कुछ ही दिनों में नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। खबर ये आ रही है कि कुलदीप राठौर को हाईकमान एक बार फिर मौका दे सकता है।
सूत्रों के मुताबिक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदार 6 नेताओं से वन-टू-वन बातचीत पूरी कर ली है। अब बिहार चुनाव नतीजों के बाद किसी भी दिन हिमाचल के नए अध्यक्ष का ऐलान संभव माना जा रहा है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने हिमाचल के छह नेताओं को दिल्ली तलब किया था। इनमें शामिल हैं-
उच्च नेतृत्व ने सभी नेताओं से संगठन, चुनाव रणनीति, और अपने विजन को लेकर विस्तृत इनपुट लिए हैं। दो साल बाद हिमाचल में विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए हाईकमान एक ऐसा चेहरा चाहता है जो अनुभवी भी हो और संगठन को एकसूत्र में पिरो सके।
प्रदेश में राजनीतिक हलचल तब और तेज हो गई जब ठियोग में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने सार्वजनिक मंच से कहा कि राठौर साहब पहले भी अध्यक्ष रहे हैं और मुझे लगता है कि अगला अध्यक्ष भी यही बनेंगे। उनके इस बयान ने प्रदेश कांग्रेस में हलचल मचा दी है। दरअसल कुलदीप सिंह राठौर पहले भी हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और हाईकमान के बीच एक संतुलित और सुलझे नेता के रूप में जाने जाते हैं।
6 नवंबर 2024 को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूरी कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि प्रतिभा सिंह को दोबारा मौका दिया जा सकता है। हालांकि 6 नामों पर चर्चा का बाजार गर्म रहा। बताते चलें कि प्रदेश, जिला और ब्लॉक सत्र की कार्यकारिणी को भंग किए अब 1 साल का समय बीत चुका है। मगर कांग्रेस प्रदेश को नया अध्यक्ष नहीं दे पाई है। तब से पार्टी केवल अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सहारे चल रही है, जिनका कार्यकाल भी तीन साल पहले पूरा हो चुका है। अब हाईकमान नई कार्यकारिणी और नए अध्यक्ष के साथ संगठन को फिर से खड़ा करने की तैयारी में है।
फिलहाल संकेत राठौर की ओर हैं, लेकिन अंतिम फैसला हाईकमान का होगा। अनुभव, बैलेंस्ड छवि और संगठनात्मक क्षमता ये तीन बातें राठौर को मजबूत दावेदार बनाती हैं। हालांकि, रोहित ठाकुर और विनय कुमार भी रेस में बताये जा रहे हैं।