शिमला। हिमाचल प्रदेश में राशनकार्ड धारकों को बड़ा झटका लगने वाला है। अगले अगस्त महीने से लोगों को सस्ते राशन डिपुओं में सरसों के तेल के लिए अधिक दाम चुकाने होंगे। इससे पहले डिपुओं में सरसों का तेल 110 रुपए में मिलता था, लेकिन अब सुक्खू सरकार इसके दाम बढ़ाने वाली है। ऐसे में प्रदेश के 18 लाख राशनकार्ड धारकों को बड़ा झटका लगेगा।
छह रुपए तक महंगा होगा सरसों का तेल
हिमाचल के सस्ते राशन डिपुओं में अब सरसों का तेल छह रुपए तक महंगा होने वाला है। इसका कारण नई टेंडर प्रक्रिया है। दरअसल सुक्खू सरकार हर तीन माह बाद डिपुओं में मिलने वाले राशन के टेंडर करती है। इस बार सरसों के तेल के लिए पांच कंपनियों ने टेडर भरे हैं। जिसमें से किसी एक को सुक्खू सरकार टेंडर देगी। ऐसे में इस बार सरसों ेका तेल छह रुपए महंगा होने के आसार हैं।
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पांच कंपनियों ने भरे हैं टेंडर
माना जा रहा है कि इस बार पांच कंपनियों शक्ति, गोकुल, पंतजलि, अडाणी ऑयल कंपनी, महावीर कंपनी के टेंडर शॉर्टलिस्ट किए गए हैं। इनमें से अब एक कंपनी का नाम फाइनल किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री की मुहर लगने के बाद किसी एक कंपनी को तीन माह के लिए सरसों तेल की आपूर्ति का टेंडर दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो अगले माह से उपभोक्ताओं को अडाणी ऑयल कंपनी या फिर शक्ति ऑयल कंपनी का तेल सस्ते राशन डिपुओं में मिल सका है। जो कि छह रुपए तक महंगा मिलेगा।
अभी 110 रुपए में मिल रहा सरसों का तेल
बता दें कि हिमाचल में करीब 18 लाख राशन कार्ड धारक हैं। जिन्हें खाद्य आपूर्ति विभाग सस्ते राशन डिपुओं के माध्यम से सस्ते दामों पर राशन उपलब्ध करवाता है। जिसमें आटा चावल चीनी, नमक, दो दालों के अलावा सरसों का तेल और रिफाइंड दिया जाता है। डिपुओं में जहां सरसों का तेल 110 रुपए में उपभोक्ताओं को मिलता है। वहीं रिफाइंड तेल 98 रुपए में दिया जाता है।
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एक पैकेट से अधिक भी ले पाएंगे सरसों का तेल
बताया जा रहा है कि प्रदेश के सरकारी राशन के डिपुओं में अब लोगों को एक से अधिक सरसों के तेल के पैकेट भी मिल सकेंगे। संभावना जताई जा रही है कि अगले अगस्त माह से डिपुओं में सरसों के तेल के पैकेट उपभोक्ताओं की मांग पर एक या इससे ज्यादा भी मिल जाएंगे। एक से अधिक पैकेट लेने पर भी उपभोक्ताओं को डिपुओं की दरों पर पैसे देने होंगे।