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May 29, 2025
उम्र को दी मात: हिमाचल के 2 वरिष्ठ एथलीट्स ने रचा इतिहास, जीते 4 इंटरनेशनल मेडल
65 और 70 साल के बुजुर्ग एथलिट्स ने बढ़ाया देश का मान
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ऊना। आमतौर पर 60 की उम्र के बाद लोग आराम की जिंदगी जीना पसंद करते हैं, लेकिन ऊना जिले के दो वरिष्ठ नागरिकों ने यह साबित कर दिया है कि जुनून, मेहनत और आत्मविश्वास के आगे उम्र भी झुक जाती है। चीन के न्यू ताइपे सिटी में हाल ही में संपन्न हुए वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स गेम्स में ऊना के 70 वर्षीय ओम प्रकाश शर्मा और 65 वर्षीय अजीत सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए कुल चार पदक जीत लिए।
इन दोनों खिलाड़ियों ने न सिर्फ अपने जिले का, बल्कि पूरे देश का नाम वैश्विक मंच पर रोशन कर दिया है। ओम प्रकाश शर्मा और अजीत सिंह ने अपनी उम्र के उस पड़ाव में यह करिश्मा कर दिखाया, जब ज़्यादातर लोग शारीरिक गतिविधियों से किनारा कर लेते हैं। ओम प्रकाश शर्मा ने 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में और प्रकाश शर्मा ने 65 प्लस कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दो-दो सिल्वर मेडल जीते।
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ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि देश के लिए पदक जीतना उनके जीवन के सबसे भावुक पलों में से एक रहा। लेकिन अफसोस इस बात का रहा कि इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए उन्हें और उनके साथी अजीत सिंह को अपनी जेब से सारा खर्च उठाना पड़ा। इसके लिए उनकी ना तो सरकार ने कोई मदद की और न ही स्थानीय प्रशासन ने कोई सहयोग या प्रोत्साहन दिया।
65 प्लस कैटेगरी में दो रजत पदक जीतने वाले अजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने रिटायरमेंट के बाद एथलेटिक्स को अपनाया और मात्र आठ वर्षों के भीतर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर तक का सफर तय कर लिया। यह उनके लिए एक गर्व का क्षण है, लेकिन वह इस बात से खिन्न हैं कि इतनी बड़ी उपलब्धि के बावजूद उन्हें किसी तरह की सरकारी सराहना नहीं मिली।
दोनों खिलाड़ियों ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैंए बल्कि हर उम्र में नई पहचान दिलाते हैं। उन्होंने विशेष तौर पर युवाओं से नशे से दूर रहने और खेलों को जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की।
ओम प्रकाश और अजीत सिंह की यह सफलता इस बात का प्रतीक है कि यदि जज़्बा हो, तो उम्र कोई बाधा नहीं होती। उन्होंने यह दिखा दिया कि 60 या 70 की उम्र में भी नए सपने देखे जा सकते हैं और उन्हें साकार भी किया जा सकता है। बस जरूरत है आत्मविश्वास, अनुशासन और मेहनत की।