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January 10, 2025
सुक्खू सरकार को झटका, इल्मा अफरोज ही होंगी SP बद्दी; हाईकोर्ट ने दिए आदेश
सरकार ने नहीं दिया तीन आईपीएस का पैनल
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शिमला। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने प्रदेश की सुक्खू सरकार को बड़ा झटका दिया है। हाईकोर्ट ने आईपीएस इल्मा अफरोज को ही बद्दी में बतौर एसपी तैनाती के आदेश दिए हैं। ऐसे में अब आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज को एसपी बद्दी के रूप में ही ज्वाइन करना होगा। मामले में कोर्ट ने यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं। हालांकि इसी मामले की सुनवाई के दौरान पिछले कल हिमाचल हाईकोर्ट ने सुक्खू सरकार के जवाब के बाद तीन आईपीएस अधिकारियों के नाम मांगे थे और कहा था कि हाईकोर्ट बद्दी के एसपी का चयन करेगा।
आज शुक्रवार को एक बार फिर इस मामले की सुनवाई हुई, जिसमें हिमाचल सरकार ने जवाब दिया कि जिस मामले पर हाईकोर्ट ने इल्मा अफरोज के तबादले पर रोक लगाई थी, वह मामला अब खत्म हो चुका है। ऐसे में सरकार एसपी का तबादला कर सकती है। इस पर कोर्ट ने आपत्ति जताते हुए कहा कि जब तक कोर्ट की तरफ से आदेश नहीं होंगे, तब एसपी बद्दी को हटाना नहीं जाना चाहिए था।
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इसके साथ ही सुक्खू सरकार के एडवोकेट जनरल अनूप रत्न हाईकोर्ट की तरफ से मांगे गए तीन आईपीएस अफसरों के पैनल का लेकर दलील दी कि बहुत जल्द आईपीएस अफसरों की जनरल ट्रांसफर होनी है और ऐसे में तीन अफसरों के नाम का पैनल कोर्ट में नहीं दिया जा सकता है। इसके बाद हाईकोर्ट ने कहा कि इस मामले को लेकर यथास्थिति बनाए रखी जाए। इससे साफ है कि सरकार को अब इल्मा अफरोज को बद्दी एसपी लगाना होगा, जो छुट्टी से लौटने के बाद जॉइनिंग का इंतजार कर रही हैं। मामले की जानकारी देते हुए याचिका दायर करने वाले सुच्चा राम के एडवोकेट आरएल चौधरी ने बताया कि इस मामले की अगली सुनवाई अब 28 फरवरी को होगी।
बता दें कि एसपी बद्दी रहते इल्मा अफरोज ने शानदार काम किया था। उन्होंने जहां नशा तस्करों पर शिकंजा कसा था, वहीं अवैध खनन पर भी रोक लगा दी थी। इसी बीच उन्हांेने अवैध खनन सामग्री लेकर जा रहे ट्रकों का चालान किया था। यह ट्रक बद्दी के दून विधानसभा से कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी की पत्नी के थे। इस पर एसपी और विधायक में टकराव की स्थिति बन गई थी। राम कुमार चौधरी ने आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज पर जासूसी के आरोप लगाए थे और विधानसभा से प्रिवलेज मोशन दिलवाया था।
इसी मामले को लेकर एसपी इल्मा 6 नवंबर को शिमला गई थी और फिर यहां से एकाएक वह बद्दी लौटी और 8 नवंबर से अपना सामान समेट कर छुट्टी पर चली गई। करीब 40 दिन की छुट्टी काटने के बाद आईपीएस इल्मा अफरोज 16 दिसंबर को हिमाचल लौटी तो सरकार ने उन्हें बद्दी के बजाय शिमला में डीजीपी दफ्तर में तैनाती दी। सुक्खू सरकार ने भी मामले में किरकिरी होने पर सफाई पेश की थी और कहा था कि एसपी खुद छुट्टी लेकर गई हैं।इस मामले पर विपक्षी दल के नेता जयराम ठाकुर ने भी सवाल उठाए थे।
इस पूरे मामले में स्थानीय व्यक्ति सुच्चा सिंह ने भी हिमाचल हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। जिसमें कहा गया था कि इल्मा अफरोज के एसपी बद्दी रहते यहां काइम का ग्राफ काफी कम हुआ था। यही नही ंलोग खुलेआम सड़कों पर बेखौफ घूमने लगे थे। इल्मा अफरोज ने एसपी रहते बद्दी में नशा, ड्रग, अवैध खनन पर काफी शिकंजा कसा था। उन्होंने मांग की थी कि आईपीएस इल्मा अफरोज की तैनाती बद्दी में ही की जाए।