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June 3, 2024

धूमल का राजनीतिक जीवन किया था खत्म, आज राणा उन्हीं का आशीर्वाद....

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हमीरपुर। राजनीति में दोस्त कब दुश्मन बन जाएं और दुश्मन दोस्त बन जाएं यह कहा नहीं जा सकता। ऐसा ही कुछ आजकल हिमाचल की राजनीति में हो रहा है। कांग्रेस के बागी अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के साथ मिल रहे हैं, तो बीजेपी के कई नेता कांग्रेस से हाथ मिलाने को तैयार बैठे हैं। आज हमीरपुर जिला में कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल से मुलाकात की।

क्या धूमल राणा को जीत का आशीर्वाद देंगे

प्रेम कुमार धूमल से राजेंद्र राणा की मुलाकात आज प्रदेशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या प्रेम कुमार धूमल 2017 के चुनाव की हार से मिले जख्मों को भूल कर राजेंद्र राणा को जीत का आशीर्वाद दे पाएंगे। या फिर धूमल परिवार अंदरखाते आज भी अपने परिवार के करीबी रंजीत सिंह राणा का ही साथ देगा।

2017 में मुख्यमंत्री चेहरा रहे धूमल को राजेंद्र राणा ने हराया था

यह वही राजेंद्र राणा हैंए जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री बनने वाले प्रेम कुमार धूमल को विधायक भी बनने नहीं दिया और भारी मतों से प्रेम कुमार धूमल को हरा दिया। आज वही राजेंद्र राणा बीजेपी में शामिल होकर प्रेम कुमार धूमल से मिलने और उनका आशीर्वाद लेने उनके घर पहुंचे। यहां उन्होंने पांव छूकर धूमल का आशीर्वाद लिया। इस दौरान राजेंद्र राणा के साथ बड़सर के पूर्व विधायक इंद्रदत्त लखनपाल भी मौजूद रहे।

कभी गुरु शिष्य रह चुके हैं धूमल राणा

राजनीति में प्रेम कुमार धूमल और राजेंद्र राणा गुरु शिष्य रह चुके हैं। लेकिन परिस्थितियां बदलीं और यह दोनों ही नेता एक दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंद्वी बन गए। लेकिन अब जब राजेंद्र राणा बीजेपी की टिकट पर उपचुनाव लड़ने वाले हैंए ऐसे में जीत पक्की करने के लिए उन्हें प्रेम कुमार धूमल के दरवाजे पर आना पड़ा। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि धूमल परिवार के समर्थन के बिना किसी भी बीजेपी नेता की जीत मुश्किल मानी जाती है।

तीन बार चुनाव जीत चुके हैं राजेंद्र राणा

बता दें कि कभी प्रेम कुमार धूमल के ही चेले रहे राजेंद्र राणा ने 2012 में सुजानपुर से आजाद चुनाव लड़ा जीत हासिल की। साल 2017 में कांग्रेस के टिकट पर दूसरी बार विधायक चुने गए। उस समय भाजपा ने प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया था और उनकी सीट बदलकर उन्हें सुजानपुर से चुनाव लड़ाया था। जिसमें राजेंद्र राणा ने धूमल को हरा दिया। यह भी पढ़ें: अनुराग ठाकुर को रायजदा देंगे टक्कर, कंगणा को प्रतिभा-फाइनल हुए नाम वहीं अभी हाल ही में 2022 के चुनाव में भाजपा ने कैप्टन रणजीत सिंह को टिकट दिया। तब प्रेम कुमार धूमल और उनके बेटे एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राजेंद्र राणा को हराने और कैप्टन रणजीत सिंह को जिताने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाया। लेकिन फिर भी राजेंद्र राणा ने ही जीत हासिल की। राजेंद्र राणा ने कांग्रेस में मंत्री पद ना मिलने से बगावत कर दी और अब वह बीजेपी में शामिल होकर उपचुनाव लड़ रहे हैं। https://www.facebook.com/news4himalayans
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