हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं। कांग्रेस ने हमीरपुर लोकसभा सीट से सतपाल सिंह रायजादा का नाम फाइनल किया गया है। यानी लोकसभा चुनाव में सतपाल सिंह रायजादा का मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से होगा।
लड़ेंगे पहला लोकसभा चुनाव
सतपाल सिंह रायजादा ने अभी तक कभी भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा है। उन्होंने अब तक दो विधानसभा चुनाव लड़े हैं, जिसमें से एक में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। जबकि, उनके मुकाबले में भाजपा के प्रत्याशी अनुराग ठाकुर चार बार लोकसभा चुनाव में विजेता रह चुके हैं। इतना ही नहीं अनुराग ठाकुर मोदी सरकार में एक ताकतवर मंत्री भी हैं।
पिछले कई साल से राजनीति में हैं सक्रिय
सतपाल सिंह रायजादा प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के काफी करीबी हैं। ऐसे में उन्हें राजनीतिक लाभ मिलता रहा है। सतपाल रायजादा होटल व्यवसायी हैं, लेकिन पिछले कई साल से वह राजनीति में सक्रियता दिखा रहे हैं और एक तेज तर्रार नेता के रूप में जाने जाते हैं। रायजादा ऊना सदर सीट से चुनाव लड़ते हैं।
हार चुके हैं विधानसभा चुनाव
साल 2012 में सतपाल सिंह रायजादा ने पहली बार कांग्रेस की तरफ से विधायक का चुनाव लड़ा। हालांकि, इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। मगर साल 2017 में रायजादा ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष रहे सतपाल सत्ती को मात दी और पहली बार विधानसभा की दहलीज पार की। फिर साल 2022 में विधानसभा चुनाव में लगभग 1736 मतों से उन्हें सतपाल सत्ती से हार का सामना करना पड़ा।
चल रहा पुलिस केस, करोड़ों की देनदारी
52 साल के सतपाल सिंह रायजादा ने दसवीं पास करने के बाद आईटीआई में डिप्लोमा किया था। इसके बाद फिर वह इंग्लैंड में नौकरी करने चले गए थे। वह लगभग आठ साल तक इंग्लैंड में रह चुके हैं।
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रिपोर्ट्स के अनुसार, सतपाल सिंह रायजादा के खिलाफ एक पुलिस केस भी चल रहा है और उन पर पांच करोड़ से ज्यादा की देनदारी भी है।
लंबे समय से तरस रही कांग्रेस
हमीरपुर सीट को लेकर अहम बात यह है कि कांग्रेस यहां से जीतने के लिए लगातार तरस रही है। साल 1996 में ऊना जिला के कांग्रेस प्रत्याशी जनरल विक्रम सिंह ने पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल को हराया था।
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मगर उसके बाद 1998 से यह सीट बीजेपी के पास ही रही है। यहां से बीते चार चुनाव में अनुराग ठाकुर ने जीत हासिल की है और अब पांचवीं बार भी वह यहां से मैदान में हैं।
कैसे लगी रायजादा के नाम पर मुहर
बता दें कि हमीरपुर लोकसभा सीट के लिए प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री के नाम पर भी मंथन किया गया था। मगर उन्होंने निजी कारणों के कारण चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
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वहीं, पार्टी के कुछ लोग चाहते थे कि प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश यहां से चुनाव लड़े। मगर बाद में पार्टी हाईकमान द्वारा सतपाल सिंह रायजादा का नाम फाइनल किया गया।