हमीरपुर। हिमाचल की राजनीति का केंद्र बिंदु बन चुका हमीरपुर संसदीय क्षेत्र हॉट सीटों में शुमार हो गया है। यहां लगातार चार बार लोकसभा सांसद रहे भाजपा के अनुराग ठाकुर के विजय रथ को रोकना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है। भाजपा के मजबूत प्रत्याशी को देखते हुए कांग्रेस ने इस बार सतपाल सिंह रायजादा को उनके खिलाफ टिकट दिया है। पिछले काफी सालों से भाजपा का गढ़ रहे इस संसदीय क्षेत्र को भेदने के लिए कांग्रेस ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।
अनुराग को हराना कांग्रेस के लिए मुश्किल
बता दें कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से अनुराग ठाकुर लगातार चार बार सांसद रहे हैं। इसके साथ ही वह केंद्रीय मंत्री भी हैं। अनुराग ठाकुर पिछले चार चुनावों में बड़े अंतर से जीत दर्ज करते आ रहे हैं। अपने संसदीय क्षेत्र में अनुराग ठाकुर की काफी अच्छी पैठ है। जिसके चलते अनुराग ठाकुर को हराना कांग्रेस के लिए कहीं ना कहीं मुश्किल डगर है।
अनुराग सतपाल में मानी जा रही कांटे की टक्कर
हालांकि राजनीतिक सूत्रों की मानें तो इस बार इस सीट पर कांटे की टक्कर होने वाली है, क्योंकि दोनों ही पार्टियों का पलड़ा यहां भारी दिख रहा है। एक तरफ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा इसी संसदीय क्षेत्र से आते हैं। वहीं दूसरी तरफ खुद अनुराग ठाकुर और राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार का भी यहां काफी दबदबा है।
कांग्रेस के लिए हमीरपुर सीट नाक का सवाल बनी
वहीं अगर बात कांग्रेस की करें तो कांग्रेस के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का यह गृह जिला है। जिसके चलते कांग्रेस के लिए यह सीट अब नाक का सवाल बन चुकी है।
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कांग्रेस ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के इसी संसदीय क्षेत्र से होने के चलते ही इस बार सतपाल सिंह रायजादा पर भरोसा जताते हुए अनुराग ठाकुर के खिलाफ बड़ा दांव खेला है। कांग्रेस यह जानती है कि अनुराग ठाकुर के मजबूत किले को भेदना काफी कठिन काम है।
अनुराग का विजय रथ रोकने को पसीना बहा रहे सीएम डिप्टी सीएम
कांग्रेस का यह फैसला कितना सही साबित होता है, यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा, लेकिन अनुराग ठाकुर का विजय रथ रोकने के लिए इस बार सतपाल रायजादा प्रचंड गर्मी में खूब पसीना बहा रहे हैं।
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वहीं सीएम सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री भी आए दिन अनुराग ठाकुर के खिलाफ जमकर हमला बोल रहे हैं और सतपाल के पक्ष में वोट मांग रहे हैं।
2008 से अनुराग के कब्जे में है हमीरपुर सीट
बता दें कि हमीरपुर संसदीय सीट पर कांग्रेस अंतिम बार 1996 में ही जीत दर्ज कर पाई थी। उस समय रिटायर्ड जनरल विक्रम सिंह ने प्रेम कुमार धूमल को हराया था। उसके बाद से इस सीट पर भाजपा का ही कब्जा रहा है। वर्ष 2008 से लगातार अनुराग ठाकुर इस सीट पर अपनी जीत दर्ज कर रहे हैं।
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बड़े अंतर से अपने विरोधियों को हरा चुके हैं अनुराग ठाकुर
साल 2014 में अनुराग ठाकुर ने पहली बार कांग्रेस के राजेंद्र राणा को एक लाख से भी अधिक वोटों से हराया था। उसके अगले साल 2019 के लोकसभा चुनावों में अनुराग ठाकुर को 682692 वोट मिले थे, जबकि उनके विपक्षी कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर को सिर्फ 283120 वोट ही मिल पाए थे।
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हमीरपुर संसदीय क्षेत्र अनुराग ठाकुर का गढ़ माना जाता है। जिसे भेदने के लिए इस बार यहां के कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री कड़ी मेहनत कर रहे हैं।