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October 15, 2025

हिमाचल : सही-सलामत मिले दोनों भाई, पांच दिन से थे लापता- परिजनों ने ली राहत की सांस

बच्चों के पास नहीं था मोबाइल फोन- लोकेशन ट्रेस करने में हुई दिक्कत

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Schools Boys Brothers Shimla Chirgaon

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक परिवार इस समय खुशी से झूम रहा है। दरअसल, परिवार के दो लापता बेटे सकुशल मिल गए हैं। दोनों बेटे पिछले करीब पांच दिन से लापता था। बेटों के लापता हो जाने से उनके परिजन काफी परेशान थे, लेकिन अब उनके सुरक्षित मिलने से परिजनों ने राहत की सांस ली है।

दोनों लापता भाई सकुशल बरामद

दोनों लड़के नाबालिग बताए जा रहे हैं- एक की उम्र 14 साल और दूसरे की 15 साल है। दोनों रिश्ते में चचेरे भाई लगते हैं। परिजनों ने आशंका जताई थी कि दोनों बच्चों का अपहरण हुआ है। मगर अब पुलिस टीम ने दोनों बच्चों को सकुशल ढूंढ निकाला है।

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पांच दिन से थे लापता

आपको बता दें कि रोहड़ू उपमंडल के चिड़गांव क्षेत्र से पिछले पांच दिनों से लापता इन दोनों नाबालिग चचेरे भाइयों को पुलिस ने आखिरकार सोलन जिले के कुमारहट्टी से सकुशल ढूंढ निकाला है। दोनों बच्चों के मिल जाने से परिजनों की सांस में राहत लौटी है, वहीं पुलिस की सतर्कता और मेहनत की सराहना हर ओर हो रही है।

परिजनों ने दी थी थाने में शिकायत

जानकारी के अनुसार, चिड़गांव के गांव टेलगा, डाकघर खाशाधर निवासी माशू ने 9 अक्तूबर को चिड़गांव थाना में अपने 14 वर्षीय बेटे भीम सिंह और 15 वर्षीय भतीजे बलदेव सिंह के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई थी।

 

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स्कूल जाने के लिए निकले थे घर से

शिकायत में बताया गया कि दोनों बच्चे उस दिन सुबह करीब 9 बजे पढ़ाई के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुंधा गए थे, लेकिन स्कूल से लौटने के बाद घर नहीं पहुंचे। देर शाम तक जब बच्चे नहीं लौटे तो परिवार ने रिश्तेदारों, परिचितों और गांव के आस-पास के इलाकों में तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

अपहरण की जताई आशंका

चिंतित परिजनों ने अगले दिन आशंका जताई कि संभवतः बच्चों का अपहरण कर लिया गया है। इसके बाद पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई शुरू की और भारतीय न्याय संहिता की धारा 137 (लापता व्यक्ति) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

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बच्चों के पास नहीं था मोबाइल

पुलिस के लिए यह मामला चुनौतीपूर्ण था क्योंकि दोनों बच्चों के पास मोबाइल फोन नहीं था, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस करना असंभव था। बावजूद इसके, पुलिस की टीमें लगातार क्षेत्रवार खोज अभियान चलाती रहीं। हर संभावित रूट, स्कूल के रास्ते, बस अड्डों और होटल-ढाबों पर पूछताछ की गई।

घूमते दिखे दोनों बच्चे

अंततः मंगलवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि सोलन जिले के कुमारहट्टी क्षेत्र में दो नाबालिग बच्चे घूमते देखे गए हैं, जिनका हुलिया चिड़गांव से लापता छात्रों से मिलता-जुलता है। इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कुमारहट्टी पुलिस ने दोनों को अपनी सुरक्षा में ले लिया और चिड़गांव थाना को सूचित किया।

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बच्चों को लाने गई पुलिस

चिड़गांव थाना के जांच अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों नाबालिग पूरी तरह सुरक्षित हैं और उन्हें वापस लाने के लिए पुलिस टीम सोलन रवाना हो चुकी है। अधिकारी ने कहा कि अब यह जांच की जाएगी कि दोनों बच्चे इन पांच दिनों के दौरान कहां रहे और उनके लापता होने के पीछे क्या वजह थी- क्या वे खुद कहीं चले गए थे या किसी के बहकावे में आए थे।

परिवार ने ली राहत की सांस

इस घटना के बाद गांव में भी राहत का माहौल है। परिजनों ने कहा कि यह पांच दिन उनके जीवन के सबसे कठिन दिन थे हर घंटे बस एक ही सवाल मन में था कि बच्चे कहां हैं और क्या सुरक्षित हैं। बच्चों के मिलने की खबर मिलते ही परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।

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बच्चों से होगी पूछताछ

परिवार ने पुलिस प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि जिस तरह से पुलिस ने बिना किसी तकनीकी मदद के भी लगातार खोज जारी रखी, वह काबिल-ए-तारीफ है। चिड़गांव थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों नाबालिगों की काउंसलिंग की जाएगी ताकि यह समझा जा सके कि उन्होंने घर से जाने का फैसला क्यों लिया। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए परिवारों को भी सजग रहने की सलाह दी जाएगी।

सुरक्षित हैं दोनों बच्चे

फिलहाल, दोनों छात्र सुरक्षित हैं और पुलिस की निगरानी में हैं। परिजन उनके लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह मामला पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता का एक और उदाहरण बन गया है, जिसने पांच दिन की अथक मेहनत से दो नाबालिगों को सुरक्षित घर पहुंचाने में सफलता हासिल की।

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