#विविध

February 18, 2025

हिमाचल: डिपोर्ट होकर लौटे रोहित के सिर पर कर्ज का पहाड़,डंकी रूट से कैसे पहुंचाया USA

विधवा मां और बहन का रो रो कर बुरा हाल, रोहित भी परेशान

शेयर करें:

Deport USA Rohit Himachal

धर्मशाला। हिमाचल के युवक रोहित ने परिवार को गरीबी से निकालने और अपना भविष्य संवारने के लिए विदेश जाने का फैसला किया था। जिसके लिए उसने लाखों रुपए कर्ज भी लिया। लेकिन एजेंट ने उसके साथ धोखाधड़ी कर दी और युवक को डंकी रूट से कई देशों से होते हुए अमेरिका पहुंचाया। अमेरिका जाने के लिए युवक रोहित ने बैंकों और रिश्तेदारों से 40 लाख का कर्ज लिया था। लेकिन अब वापस डिपोर्ट हो कर घर लौटे रोहित और उसकी मां पर कर्ज चुकाने की टेंशन खाए जा रही है।

पिता की कैंसर से हो चुकी है मौत

दरअसल कांगड़ा जिला के उपमंडल इंदौरा के मिलवां गांव के रहने वाले रोहित के पिता एक चाय की रेहड़ी लगाते थे। लेकिन उनकी कुछ साल पहले कैंसर से मौत हो गई। वहीं रोहित की मां एक स्कूल में मिड डे मिल वर्कर है। परिवार ने कुछ कर्ज लेकर अपना घर बनाया, लेकिन उसे भी अभी तक प्लास्टर तक नहीं करवा पाए हैं। घर की माली हालत को देखते हुए ही रोहित ने अमेरिका जाने का फैसला लिया था।

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल: मामूली कहासुनी में दंपती ने चाचा का 'बजाया ढोल', अब पीसेंगे जेल में चक्की

भविष्य संवारने निकला था कर्जदार बन गया

अमेरिका से डिपोर्ट होकर लौटे रोहित के अब ना तो सपने बचे और ना ही भविष्य जिसकी उसने कल्पना की थी। अब तो रोहित और उसकी मां बहन की आंखों में सिर्फ आंसू छलक रहे हैं। जो यह कह रहे हैं कि सिर पर चढ़ा लाखों का कर्ज अब कैसे उतरेगा। रोहित रविवार देर रात को अमृतसर पहुंचा था। यहां सोमवार को वह घर पहुंचा। लेकिन घर में किसी से बात किए बिना ही वह अपने कमरे में चला गया। रोहित के सामने भी अब एक ही सवाल खड़ा है कि जिस आर्थिक स्थिति को सुधारने को वह अमेरिका गया था, अब तो उससे कहीं अधिक उसके सिर पर कर्ज चढ़ गया है। जिसे वह कैसे लौटाएगा।

 

यह भी पढ़ें : हिमाचल: भानुपल्ली-बिलासपुर रेल लाइन के लिए दिल्ली आएं सुक्खू और जयराम 

कैसे पहुंचा अमेरिका

रोहित की बहन ने बताया कि रोहित को अमेरिका भेजने के लिए अमृतसर के एक एजेंट से संपर्क किया गया था। कागजात तैयार करने के बाद एजेंट ने उसे एक सप्ताह अमृतसर में रखा और वहां से दुबई भेज दिया। दुबई में उसे आठ माह तक रखा। उसके बाद तीन से चार देशों से होते हुए रोहित को मैक्सिको बॉर्डर पर पहुंचा दिया। इस दौरान एजेंट लगातार फोन पर पैसों की डिमांड करता रहा और परिवार को मजबूरी में उसे पैसे देने पड़े। करीब 40 लाख रुपए लेने के बाद एजेंट ने अपना फोन ही बंद कर लिया।

 

यह भी पढ़ें: हिमाचल: "महाराणा" की प्रतिमा से क्यों घबरा रहे हैं "मौलाना" ? कहां आहत हो रही हैं भावना

क्या बोला रोहित

रोहित ने बताया कि उसे पहले मुंबई फिर मलेशिया, एम्स्टरडैम, पनामा पहुंचाया गया। फिर डेढ़ महीने में डंकी रूट के जरिए मैक्सिको पहुंचे। इसके बाद टैक्सी में तीन चार दिन सफर करने के बाद अमेरिकन बॉर्डर क्रॉस करवा दिया। लेकिन बॉर्डर क्रॉस करते हुए हमे पुलिस ने पकड़ लिया और हमे पुलिस स्टेशन ले गए। वहां से उन्हें कैंप में 18 दिन तक रखा गया, इस दौरान उन्हें फोन भी करने को नहीं दिया। हमारे हाथ पांव में हथकड़ियां थी। उसके बाद हमे दूसरे कैंप में शिफ्ट करने की बात कह कर जहाज में बैठा दिया गया। वहीं पर हमे बताया गया कि हमे डिपोर्ट किया जा रहा है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

ट्रेंडिंग न्यूज़
LAUGH CLUB
संबंधित आलेख