#विविध
May 5, 2025
हिमाचल घूमने आई लड़कियां बोलेरो से क्यों कूदी, ड्राइवर ने रखा अपना पक्ष- बोला मेरी कोई गलती नहीं
मध्यप्रदेश से हिमाचल के धर्मशाला घूमने आई थी दोनों युवतियां
शेयर करें:
कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल धर्मशाला में दो युवतियों के चलती गाड़ी से कूदने की घटना ने पहले जहां सनसनी फैला दी थी, वहीं अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। शुरुआती आशंका जताई जा रही थी कि यह मामला अपहरण या छेड़छाड़ का हो सकता है, लेकिन पुलिस जांच में स्पष्ट हो गया है कि यह एक दुर्घटना और गलतफहमी का नतीजा थी।
दरअसल, मध्य प्रदेश के शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में MBBS फोर्थ ईयर की पढ़ाई कर रही दो छात्राएं शुक्रवार शाम को घूमने के उद्देश्य से धर्मशाला पहुंची थीं। शनिवार रात करीब 10 बजे दोनों छात्राएं खाना खाने के लिए एक ढाबे की ओर जा रही थीं। इस दौरान उन्होंने रास्ते में एक बोलेरो गाड़ी से लिफ्ट ली। यह गाड़ी हिमाचल सरकार के सूचना एवं जन संपर्क विभाग (DPRO) से संबंधित थी और इसमें विभाग का ड्राइवर तैनात था।
पुलिस के अनुसार, छात्राएं गाड़ी की पिछली सीट पर बैठ गईं और कुछ दूरी तय करने के बाद उन्होंने गाड़ी रुकवाने की कोशिश की। मगर ड्राइवर ने कान में ब्लूटूथ ईयरफोन लगाया हुआ था और वह किसी फोन कॉल में व्यस्त था, जिससे उसे पीछे से लड़कियों की आवाज सुनाई नहीं दी। जब छात्राओं ने बार-बार आवाज दी और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो वे घबरा गईं और खुद को असुरक्षित महसूस करने लगीं।
स्थिति से डरकर और बिना कुछ सोचे-समझे, दोनों छात्राओं ने चलती गाड़ी से छलांग लगा दी, जिससे उन्हें हल्की चोटें आईं। गाड़ी से कूदते समय स्थानीय व्यापार मंडल के कुछ सदस्यों की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने तुरंत उन्हें पास के अस्पताल पहुंचाया। वहां दोनों छात्राओं का प्राथमिक उपचार किया गया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू की। प्रारंभ में ड्राइवर घटना के बाद डर के मारे वहां से भाग गया, लेकिन रविवार देर रात वह स्वयं पुलिस स्टेशन पहुंचा और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उसने पुलिस को बताया कि उसे बिल्कुल भी पता नहीं चला कि लड़कियां गाड़ी से कूद गई हैं, क्योंकि वह फोन सुनने में व्यस्त था। जैसे ही उसे इस बारे में जानकारी मिली, वह भी घबरा गया और मौके से भाग गया।
SP कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो चुका है और इसमें कोई आपराधिक इरादा नहीं था। यह एक दुर्घटनावश घटित हुई घटना है जिसमें ड्राइवर की लापरवाही और संचार की कमी मुख्य कारण रही।
दोनों छात्राएं फिलहाल अपने घर मध्य प्रदेश लौट चुकी हैं और उन्होंने किसी तरह की FIR दर्ज नहीं करवाई है। पुलिस ने मामला बंद कर दिया है, लेकिन इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि सरकारी वाहनों के चालकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए, विशेष रूप से तब जब वे यात्रियों को बिठा रहे हों।
गौरतलब है कि, धर्मशाला जैसे पर्यटन स्थलों पर बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ऐसे में इस प्रकार की घटनाएं गलतफहमियों को जन्म दे सकती हैं। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि लापरवाही कभी-कभी कितनी बड़ी अफवाह और दहशत का कारण बन सकती है।