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August 22, 2025

हिमाचल में पंचायत सचिवों के 300 पदों पर होगी भर्ती, प्रदेश भर मे 899 पद खाली

विधानसभा में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम को सख्त बनाने की मांग

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Himachal Govt Jobs

शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर गया, जिसमें कई अहम मुद्दे सदन में गूंजे। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई और पहले ही क्षण से बहस का माहौल गर्माया रहा।

300 पंचायत सचिवों की भर्ती प्रक्रिया शुरू

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने सदन को जानकारी दी कि प्रदेश भर में पंचायत सचिवों के 899 पद खाली हैं। इनमें से 300 पदों को भरने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। मंत्री ने कहा कि इस संबंध में आवश्यक आदेश जारी कर दिए गए हैं और भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

 

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पशु तस्करी और क्रूरता पर विपक्ष का हमला

भाजपा विधायक राकेश जमवाल ने नियम 62 के तहत प्रदेश में पशु तस्करी और पशुओं के साथ हो रही क्रूरता का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि 19 अगस्त की रात सुंदरनगर क्षेत्र में 25 मवेशियों को डाक वाहन में अवैध रूप से ले जाया जा रहा था, जिन्हें स्थानीय लोगों ने पकड़ा और पुलिस को सूचना दी।

 

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हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि पशु तस्कर को पकड़ने के बावजूद पुलिस ने उसे छोड़ दिया, और मवेशियों को उसी व्यक्ति को सौंप दिया गया जिससे चालक ने उन्हें लिया था। जमवाल ने पशु बेचने वालों पर भी कार्रवाई की मांग की और कहा कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 में संशोधन कर इसे और सख्त बनाया जाना चाहिए। उन्होंने प्रदेश में बेसहारा गोवंश की बढ़ती समस्या पर भी चिंता जताई।

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सेब सीजन में सड़कें बनी बाधा

शून्यकाल के दौरान विधायकों ने प्रदेश में सड़कों के बार-बार बाधित रहने की समस्या को उठाया। विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने कहा कि सेब सीजन के दौरान सड़कें अवरुद्ध रहने से बागवानों और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि कई जगहों पर 35 से 40 घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहते हैं, जिससे फसलें समय पर मंडियों में नहीं पहुंच पा रही हैं। विधायक राजेश जमवाल ने कहा कि कुल्लू से मंडी पहुंचने में अब 15 से 18 घंटे लग रहे हैं। इससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों को परेशानी हो रही है और पर्यटन उद्योग पर भी इसका असर पड़ सकता है।

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