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November 19, 2025
सावधान हिमाचल! फिर बढ़ा पंडोह बांध का जलस्तर, अलर्ट पर 3 जिले; नदी-नालों से रहें दूर
नदी तट पर कार्य करने वाले मजदूरों को सतर्क रहने की अपील की है
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मंडी। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में स्थित 990 मेगावाट क्षमता वाले डैहर पावर हाउस में अचानक आई तकनीकी खराबी ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। पावर हाउस को पानी उपलब्ध करवाने वाली बग्गी नहर को फिलहाल बंद कर दिया गया है, जिसके कारण पंडोह बांध में पानी की मात्रा सामान्य से कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ रही है।
लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए BBMB (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) ने आपात चेतावनी जारी की है। BBMB के इलेक्ट्रिकल एवं मैकेनिकल डिवीजन के अधिशाषी अभियंता संतोष राणा के अनुसार, पंडोह-बग्गी टनल प्रशासनिक कारणों से बंद है, जिससे जलाशय में पानी का प्रवाह तेजी से इकट्ठा हो रहा है।
उन्होंने बताया कि बढ़ती आवक को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ना अब आवश्यक हो गया है, ताकि बांध पर दबाव कम किया जा सके और संरचना को किसी भी संभावित खतरे से बचाया जा सके।
बीबीएमबी ने स्पष्ट किया है कि आवश्यकता पड़ने पर पंडोह बांध के स्पिल-वे गेट अचानक खोले जा सकते हैं। इसके चलते ब्यास नदी का जलस्तर तेजी से ऊपर जा सकता है, जिससे निचले क्षेत्रों में खतरा बढ़ेगा।
इसी को देखते हुए प्रबंधन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों, किसानों, मछुआरों, पशुपालकों, राहगीरों और नदी तट पर कार्य करने वाले मजदूरों को सतर्क रहने की अपील की है। सभी से अनावश्यक रूप से नदी किनारे जाने से बचने और पूरी सावधानी बरतने को कहा गया है।
हालात की गंभीरता को समझते हुए बीबीएमबी ने मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों के उपायुक्तों को भी सचेत कर दिया है। संबंधित प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को सक्रिय करें, लोगों को स्थिति से अवगत कराएं और आवश्यकतानुसार तटीय क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाएं।
डैहर पावर हाउस में पिछले कुछ दिनों से तकनीकी दिक्कतें बनी हुई थीं। जानकारी के अनुसार, पावर हाउस के मुख्य गेटों में अधिक मात्रा में गाद भर जाने के कारण वे पूरी तरह से बंद नहीं हो पा रहे थे। इस वजह से पावर हाउस के अंदर पानी रिसने लगा था, जो स्थिति को और ज्यादा जटिल बना रहा था।
स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए BBMB ने स्थानीय गोताखोरों की मदद ली। गोताखोरों ने पानी के भीतर जाकर गेटों में फंसी गाद को हटाया, जिसके बाद स्थिति कुछ हद तक स्थिर हुई। लेकिन तकनीकी खराबी पूरी तरह दूर न होने के कारण अभी भी पावर हाउस का संचालन बाधित है।
BBMB के अधिकारी जलस्तर की हर मिनट निगरानी कर रहे हैं। बांध के गेटों को कब और कितना खोलना है, इसका फैसला लगातार बढ़ते जलस्तर और सुरक्षा मानकों के आधार पर किया जाएगा। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है।