#विविध
July 3, 2025
हिमाचल में आपदा के बाद प्रभावित हुए कई बस रूट, HRTC को लगी करोड़ों की चपत
निगम को प्रतिदिन हो रहा लाखों रुपये का घाटा
शेयर करें:
मंडी। हिमाचल प्रदेश में बीते सोमवार और मंगलवार को हुई तेज़ बारिश का असर जनजीवन पर गहराई से पड़ा है। खासकर मंडी जिले में भारी वर्षा के बाद कई ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों की सड़कें भूस्खलन और मलबा आने के कारण बंद हो गई हैं, जिससे आम लोगों के साथ-साथ परिवहन सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
जानकारी के अनुसार, जिला के सराज, द्रंग, कोटली और थलौट जैसे क्षेत्रों में सड़कों की हालत इतनी खराब हो गई कि मंडी से चलने वाले हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की करीब 55 बस रूटों को बंद करना पड़ा।
इन रूटों पर बसें मंगलवार और बुधवार को नहीं चल सकीं, जिससे न केवल लोगों की आवाजाही ठप हुई, बल्कि निगम को प्रतिदिन लाखों रुपये का घाटा भी झेलना पड़ा।
प्राप्त क्षेत्रीय आंकड़ों के अनुसार, मंडी जिले में बुधवार को भी 151 सड़कें पूरी तरह से प्रभावित थीं। इनमें धर्मपुर क्षेत्र की 26, सराज की 12, मंडी की 9 और थलौट की 35 सड़कें शामिल हैं। कई जगहों पर मलबा और पानी भरने के कारण सड़कों पर बसों और अन्य वाहनों की आवाजाही असंभव हो गई है। इस वजह से ग्रामीणों को अपने गांवों से मुख्य सड़क तक पैदल आना-जाना पड़ रहा है।
HRTC मंडी डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक अखिल अग्निहोत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि बारिश के कारण सड़कों के बाधित होने से परिवहन निगम को रोजाना दो से तीन लाख रुपये तक का नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जैसे ही संबंधित विभागों द्वारा सड़कें बहाल कर दी जाएंगी, तुरंत बस सेवाएं दोबारा शुरू कर दी जाएंगी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, लोक निर्माण विभाग (PWD) और अन्य एजेंसियां सड़कों को बहाल करने में जुटी हैं, लेकिन भूस्खलन और लगातार हो रही हल्की बारिश से काम में देरी हो रही है।
उधर, मंडी जिला के कई हिस्सों में सड़कें बंद होने के चलते लोग भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इस आपदा ने एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में मानसून की चुनौतियों और आवश्यक ढांचागत तैयारियों की कमी को उजागर कर दिया है। प्रशासन ने लोगों से धैर्य बनाए रखने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
नोट : ऐसी ही तेज़, सटीक और ज़मीनी खबरों से जुड़े रहने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करें।