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June 30, 2025
हिमाचल फ्लड : 14 वर्षीय कर्णवीर का संसार उजड़ा, दिन में पिता को दी मुखाग्नि- शाम को भाई की मिली देह
24 घंटे के भीतर कर्णवीर ने पिता और भाई का किया अंतिम संस्कार
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कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की विधानसभा फतेहपुर की नंगल पंचायत में इन दिनों गम और स्तब्धता का माहौल है। मानसून की भारी बारिश के चलते उफनती मनूणी खड्ड में आई त्रासदी ने एक ही परिवार के दो सदस्यों को छीन लिया महज 14 साल का मासूम कर्णवीर अब अकेला खड़ा है- पिता और बड़े भाई की चिता को नम आंखों से एक-एक कर अग्नि देकर उसने पूरे गांव को हिला कर रख दिया।
गुरुवार को उफनती मनूणी खड्ड में बहे संजय कुमार का शव देर शाम बरामद हुआ था। शुक्रवार को जैसे-तैसे परिजनों ने भारी मन से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की। लेकिन उस दर्द को शब्दों में बयां करने से पहले ही शुक्रवार शाम बेटे नितिन कुमार (17) का शव भी बरामद हो गया। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा और देर शाम उसका भी अंतिम संस्कार किया गया।
दोपहर को जब गांववाले नितिन के अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे थे और श्मशानघाट पर लकड़ी एकत्र कर रहे थे, तो संजय की चिता की राख अभी भी सुलग रही थी। यह दृश्य इतना मार्मिक था कि उपस्थित हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं। नितिन की चिता को अग्नि देने के लिए खड़ा 14 वर्षीय कर्णवीर, मानो अपने भीतर टूटकर भी चट्टान बन चुका था।
फतेहपुर उपमंडलाधिकारी (नागरिक) विश्रुत भारती ने बताया कि मृतकों के परिजनों को प्रत्येक को ₹25,000 की फौरी राहत राशि प्रशासन की ओर से प्रदान कर दी गई है। उन्होंने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक प्रकट करते हुए अपील की है कि बरसात के मौसम में लोग नदियों, खड्डों व नालों के समीप न जाएं।
वहीं, पंचायत के BDC सदस्य जितेंद्र पठानिया ने कहा कि यह सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरे गांव की त्रासदी है। घर का मुखिया और बड़ा बेटा एक साथ खो देने का दर्द शब्दों में नहीं ढाला जा सकता।
नंगल पंचायत में इस वक्त सन्नाटा पसरा हुआ है। जिस मनूणी खड्ड के पास लोग कभी पशु चराने या बच्चों के साथ खेलने जाते थे, आज वहां कोई जाने से डर रहा है। गांव के लोग अब बच्चों को भी घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। हर कोई कर्णवीर को देखकर भावुक हो उठता है — एक ऐसा बच्चा जो 24 घंटों में दो अर्थियों को कंधा दे चुका है।