#विविध
August 24, 2025
हिमाचल के 10 जिलों में अगले 6 घंटे होगी भयंकर बारिश, बरशौणा नाला में फ्लैश फ्लड ने मचाई तबाही
फ्लैश फ्लड ने खेत और सेब बगीचों को किया तबाह
शेयर करें:
शिमला। हिमाचल प्रदेश में बीते रोज से भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने भी प्रदेश के कई जिलों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। इसी अलर्ट के बीच चंबा के डलहौजी के तलाई में जहां बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। वहीं कुल्लू जिला में कुल्लू जिले के भुंतर तहसील की बरशौणा पंचायत में फ्लैश फ्लड आया है। इस फ्लैश फ्लड ने आसपास के लोगों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। खेतों और सेब बागीचों में मलबा भर गया है। गनीमत रही कि इस फ्लैश फ्लड में किसी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
हिमाचल में हो रही भारी बारिश के बीच अब मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने एक और चेतावनी जारी कर दी है। मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल के 10 जिलों में अगले कुछ घंटे भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार अगले कुछ छह घंटों में प्रदेश के बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, लाहुल स्पीति, मंडी, शिमला, सोलन और ऊना में भारी से भारी बारिश होगी। हालांकि प्रदेश भर में अगले 28 अगस्त तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। इस दौरान कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल में अब यहां फटा बादल, गांव में घुसा पानी और मलबा; एक भवन गिरा- कई वाहन बहे
बीती रात से हो रही बारिश से कुल्लू जिले के भुंतर तहसील की बरशौणा पंचायत में आई अचानक फ्लैश फ्लड ने खेतों को मलबे से पाट दिया और फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। चंबा जिले के डलहौजी में बादल फटने की घटना के बाद कई घरों में मलबा घुस गया है। स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है लेकिन मौसम की लगातार मार के चलते काम में बाधा आ रही है।
यह भी पढ़ें : हिमाचल : तेज बारिश के बीच ब्यास नदी ने उगली देह, पत्थरों में फंसा था व्यक्ति- सिर पर...
मणिमहेश यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। सुंदरासी से गौरीकुंड जाने वाले रास्ते पर नाले का जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन के कारण श्रद्धालुओं की आवाजाही बंद कर दी गई है। शनिवार को सुंदरासी ग्लेशियर प्वाइंट पर अचानक हुए भूस्खलन से यात्रियों को खतरा देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए उन्हें रोका है।
भारी बारिश के चलते प्रदेश के ऊना जिले के अंब क्षेत्र की धंधड़ी और टकारला पंचायत में भारी बारिश से नाले उफान पर आ गए। टकाला पुल के पास पानी का स्तर इतना बढ़ गया कि 100 से ज्यादा घरों और एक स्कूल में पानी घुस गया। वहीं हमीरपुर के नादौन इलाके में जलभराव से कई घर प्रभावित हुए हैं। सोलन में भी कई स्थानों पर भारी बारिश से नुकसान की खबरें हैं।
प्रदेश भर में अब तक 316 सड़कों पर यातायात बंद है। अकेले मंडी और कुल्लू जिलों में 262 सड़कें भूस्खलन या पानी भरने के कारण बंद पड़ी हैं। 97 बिजली ट्रांसफॉर्मर और 51 पेयजल योजनाएं भी फिलहाल बंद हैं। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-नालागढ़ की फोरलेन सड़क जलमग्न हो गईए जिससे कई वाहन बीच रास्ते में फंस गए और उन्हें ट्रैक्टर से निकाला गया।
सिरमौर जिले के कालाअंब क्षेत्र में छह घर खतरे की जद में आ गए हैं। नाहन-कालावालांभूडं सड़क और नाहन-पांवटा एनएच जगह-जगह भूस्खलन से बाधित है। लाहौल-स्पीति जिले में भी लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित है। भारी बारिश के चलते कुल्लू जिले में हवाई सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। भरमौर से गौरीकुंड के लिए कोई उड़ान संचालित नहीं हो सकी है।
राज्य में अब तक मानसून की तबाही से जुड़े विभिन्न हादसों में 298 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 2326 करोड़ रुपए से अधिक की सरकारी और निजी संपत्ति का नुकसान दर्ज किया गया है। अब तक 658 मकान पूरी तरह से ढह चुके हैं, जबकि 2318 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।