#अव्यवस्था
December 2, 2025
हिमाचल : कहीं और ड्यूटी पर तैनात थे कांस्टेबल, SP साहब ने कर दिए सस्पेंड- अब गरमाया मामला
थाना प्रभारी पर उठ रहे कई सवाल- होगी विभागीय जांच
शेयर करें:

ऊना। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में अवैध खनन का मुद्दा एक बार फिर गर्मा गया है। लगातार मिल रही शिकायतों और खुफिया सूचनाओं ने पुलिस की मौजूदा कार्रवाई पर उंगली उठाई है। दो दिन पहले इसी मामले में SP ऊना अमित यादव ने मैहतपुर थाने के दो कॉन्स्टेबल को निलंबित किया था, लेकिन अब यह कार्रवाई सवालों में घिर गई है।
दोनों कर्मचारी अपनी निर्धारित ड्यूटी- एक PGI चंडीगढ़ में उपचाराधीन हत्यारोपित की सुरक्षा में और दूसरा QRT में निभा रहे थे। ऐसे में निलंबन के निर्णय ने पुलिस व्यवस्था की कमियों को उजागर कर दिया है।
इस घटना के बाद अब मैहतपुर थाना प्रभारी की भूमिका चर्चा का केंद्र बन गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार थाना प्रभारी को यह जानकारी थी कि उनके स्टाफ के दो जवान बाहरी ड्यूटी पर तैनात हैं।
इसके बावजूद उन्होंने न तो वैकल्पिक प्रबंध किए और न ही समय रहते पुलिस अधीक्षक कार्यालय को इस स्थिति की सूचना दी। परिणामस्वरूप कार्रवाई उन कर्मचारियों पर हुई जो पहले ही अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं में लगे हुए थे। इससे पुलिस बल के भीतर भी असंतोष की स्थिति बनी है और इसे प्रशासनिक लापरवाही का मामला माना जा रहा है।
इस बीच, मैहतपुर थाना प्रभारी वर्तमान में अवकाश पर चले गए हैं। उनकी अनुपस्थिति में अतिरिक्त प्रभारी को थाने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। नए प्रभारी को विशेष रूप से दो दायित्व दिए गए हैं। जैसे कि खनन गतिविधियों पर कड़ी निगरानी, रात के समय चेकिंग और गश्त को मजबूत करना।
ऊना के फतेहपुर और संतोषगढ़ क्षेत्र में अवैध खनन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। प्रतिबंधों के बावजूद स्वां नदी से रात के अंधेरे में रेत से भरे टिप्पर निकल रहे हैं।
संतोषगढ़ क्षेत्र से यह भी सामने आया है कि पंजाब के सहजोवाल की तरफ से ट्रैक्टर-ट्रॉलियां रेत लेकर हिमाचल में प्रवेश कर रही हैं।
इससे सीमा चेकपोस्टों पर पुलिस की निगरानी दावों की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लग गया है। स्थानीय लोग दावा कर रहे हैं कि बड़े स्तर पर हो रहे खनन से न केवल राजस्व को नुकसान हो रहा है, बल्कि पर्यावरण और नदी तंत्र भी प्रभावित हो रहा है।
एसपी अमित यादव का कहना है कि निलंबित कर्मचारियों के मामले की विभागीय जांच जारी है और मैहतपुर थाना प्रभारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा कि खनन माफिया के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति पर काम हो रहा है।
SP ने यह भी निर्देश दिए हैं कि अजौली एक्साइज बैरियर पर मौजूद रिकॉर्ड की गहन जांच की जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि किस मार्ग से रेत से भरे वाहन प्रदेश से बाहर जा रहे हैं या पंजाब से भीतर आ रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी और किसी को भी बचाया नहीं जाएगा।