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November 8, 2025

अगर हिमाचल में हिंदू धर्म का प्रचार करोगे तो...पकड़ कर थाने ले जाएगी पुलिस!

पुलिस ने गीता की पुस्तकें व मोबाइल फोन जबरन ले लिया

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Manali Iskcon Devotees Distributing Gita Books

कुल्लू। हिमाचल प्रदेश में धर्म प्रचार करना गलती करने के समान हो गया है। दरअसल, प्रसिद्ध पर्यटन शहर मनाली में शुक्रवार को श्रीमद्भगवद्गीता के वितरण को लेकर इस्कॉन और स्थानीय प्रशासन के बीच विवाद गहरा गया है।

भक्त बांट रहे थे गीता

इस्कॉन कटराईं (कुल्लू) के भक्त मोहन हरिदास, जो वृंदावन से मनाली पहुंचे थे, जनता के बीच गीता की प्रतियां वितरित कर रहे थे। इसी दौरान प्रशासनिक हस्तक्षेप से स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

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भक्तों से छीनी पुस्तकें-फोन

भक्तों का आरोप है कि SDM रमन शर्मा के आदेश पर पुलिस ने उन्हें बीच सड़क पर रोक दिया और उनसे गीता की पुस्तकें व मोबाइल फोन जबरन ले लिया। भक्त मोहन हरिदास ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से लोगों को श्रीमद्भगवद्गीता प्रदान कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें प्रचार-प्रसार बंद करने के लिए मजबूर किया।

पुलिसकर्मियों ने प्रचार करने से किया मना

उनका कहना है कि पुलिसकर्मियों ने उनसे कहा कि मनाली व आसपास के क्षेत्रों में गीता का प्रचार नहीं किया जा सकता। हरिदास के अनुसार, यह केवल रोक ही नहीं थी, बल्कि उनसे अभद्र व्यवहार करते हुए उनका मोबाइल फोन और गीता की प्रतियां भी जब्त कर ली गईं।

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अनुमति नहीं ली गई थी

SDM मनाली रमन शर्मा ने इस पूरे मामले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि गीता वितरण पर कोई रोक नहीं है, परंतु किसी भी सार्वजनिक स्थान पर प्रचार या वितरण करने के लिए पूर्व अनुमति आवश्यक होती है। उन्होंने कहा कि भक्त बिना अनुमति धार्मिक साहित्य बांट रहे थे। इसलिए पुलिस ने केवल पूछताछ और प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की।

विवाद ने सोशल मीडिया पर पकड़ी आग

घटना के कुछ ही समय बाद इस्कॉन कटराईं के अध्यक्ष जितेंद्र ठाकुर ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया। वीडियो में उन्होंने प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए क्या भारत में सनातन धर्म का प्रचार करने के लिए भी अब सरकारी अनुमति लेनी पड़ेगी?

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सोशल मीडिया पर भड़का विवाद

इस्कॉन विश्वभर में गीता का संदेश लेकर जाता है। मनाली में इसे रोकना कहां तक उचित है? उनकी यह टिप्पणी ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों पर बड़ी संख्या में लोगों द्वारा साझा की गई, जिससे मामला और ज्यादा चर्चाओं में आ गया।

 

विधायक भुवनेश्वर गौड़ के हस्तक्षेप से सुलझा विवाद

जैसे-जैसे मामला बढ़ा, स्थानीय विधायक भुवनेश्वर गौड़ को हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने पुलिस विभाग से बातचीत की, जिसके बाद जब्त की गई गीता की प्रतियां मोहन हरिदास का मोबाइल फोन भक्तों को वापस कर दिया गया।

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इस्कॉन के क्षेत्रीय पदाधिकारी शनिवार 8 नवंबर 2025 को विधायक भुवनेश्वर गौड़ से मुलाकात कर आगे का रुख तय करेंगे। इस्कॉन की राज्य और केंद्र इकाइयां हुई सक्रिय घटना की रिपोर्ट हाई-लेवल इस्कॉन नेतृत्व तक पहुंच चुकी है।

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