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December 26, 2025
IGMC मामला: डॉ. राघव की मां बोलीं– बिना जांच बेटे को बताया गया गुंडा, कई नेताओं को भी घेरा
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शिमला। हिमाचल के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान IGMC में डॉक्टर और मरीज के बीच हुई मारपीट की घटना के बाद बवाल शुरू हो चुका है। मामले में डॉक्टर राघव को टर्मिनेट किए जाने के फैसले से रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) नाराज है। डॉक्टरों का कहना है कि कार्रवाई एकतरफा है और बिना निष्पक्ष जांच के की गई है। इसी के विरोध में डॉक्टरों ने सामूहिक अवकाश का रास्ता चुना। इस पूरे विवाद के बाद सीएम सुक्खू के साथ डॉक्टरों की मुलाकात हो चुकी है। हालांकि इस मामले में क्या निष्कर्ष सामने आया है, इस बारे में अभी सूचना नहीं है। मगर इन सब के बीच डॉक्टर राघव नरूला की माता जी ने मीडिया से बातचीत की है।
इसी बीच डॉक्टर राघव की मां का बयान सामने आया है, जिसने मामले को और संवेदनशील बना दिया है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को बिना पूरी जांच के गुंडा करार देकर बर्खास्त कर दिया गया। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि- उनके बेटे को किस आधार पर गुंडा कहा गया है। उनका कहना है कि डॉक्टरों पर काम का अत्यधिक दबाव होता है और उसी तनाव में यह घटना हुई।
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उन्होंने आरोप लगाया कि मरीज के पिता ने स्थिति को संभालने के बजाय माहौल को और भड़काया। राघव की मां ने हाथ जोड़कर निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि नेताओं को इस मामले में राजनीति नहीं, बल्कि अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
डॉ. राघव की मां बोलीं– बिना जांच बेटे को बताया गया गुंडा, परिवार को मिल रहीं धमकियां pic.twitter.com/kCbsSWbGXM
— kajol chauhan (@THEKAYCEEvoice1) December 26, 2025
डॉक्टर राघव की मां ने यह भी आरोप लगाया कि IGMC के बाहर करीब 150 लोग इकट्ठा हुए और उनके बेटे को खुलेआम धमकियां दी गईं। उनका कहना है कि परिवार डरा हुआ है और मौजूदा जांच से वे संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से सुरक्षा और निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है।
एक तरफ मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं, दूसरी तरफ डॉक्टर अपने सम्मान और सुरक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह ऐसा समाधान निकाले, जिससे न तो मरीजों की जान जोखिम में पड़े और न ही डॉक्टरों का भरोसा टूटे। अब सबकी नजर मुख्यमंत्री के फैसले पर टिकी है।