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February 9, 2025
हिमाचल : अब वर्दी में स्कूल आएंगे सरकारी टीचर्स, ये रहेगा ड्रेस कोड
नए शैक्षणिक सत्र से सभी स्कूलों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी हो सकते हैं
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शिमला। हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। आगामी शैक्षणिक सत्र से यह व्यवस्था लागू हो सकती है और प्रदेश के सभी स्कूलों में इसे लागू करने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। इस कदम के तहत शिक्षकों के लिए फॉर्मल ड्रेस कोड निर्धारित किया जा सकता है, जिसमें शिक्षिकाओं के लिए साड़ी या साधारण सूट-सलवार शामिल हो सकते हैं।
प्रदेश के शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल होते हैं। उनके पहनावे और व्यवहार का बच्चों पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इसीलिए शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने का निर्णय लिया गया है, ताकि वे बच्चों के लिए आदर्श साबित कर सकें। उनके अनुसार, यदि शिक्षक फैशनेबल या असंयमित कपड़े पहनते हैं, तो यह बच्चों की मानसिकता और व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
बीते साल से प्रदेश के कुछ स्कूलों में शिक्षकों के लिए स्वैच्छिक ड्रेस कोड लागू किया गया था। इसके बाद कई स्कूलों के प्रिंसिपल्स ने इस विचार को आगे बढ़ाया और निदेशालय से इस पर मंजूरी प्राप्त की। शिक्षकों ने अपनी सुविधा और पेशेवरता के लिहाज से ड्रेस कोड के समर्थन में आवेदन किया था। अब प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि यह व्यवस्था सभी सरकारी स्कूलों में लागू की जाएगी।
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शिक्षकों के ड्रेस कोड को लेकर अधिकारियों ने अन्य राज्यों के ड्रेस कोड का अध्ययन करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही विशेषज्ञों से भी सलाह ली जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ड्रेस कोड में कोई खामी न हो और यह शिक्षा प्रणाली के उद्देश्य के हिसाब से हो। अधिकारियों का मानना है कि शिक्षक जब बच्चों को देखेंगे, तो वे उनके पहनावे से ही प्रेरित होते हैं और इस कदम से बच्चों में अनुशासन और सम्मान की भावना भी जागृत होगी।
उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शिक्षकों के पहनावे को लेकर प्रदेश में पहले से ही कुछ दिशा-निर्देश मौजूद हैं जिनके तहत फैशनेबल कपड़े पहनने पर रोक लगाई गई है। अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि नए ड्रेस कोड से स्कूलों में और अधिक व्यवस्थित और पेशेवर माहौल बनेगा, जो विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत साबित होगा।